बिहार विधानसभा के प्रथम चरण के लिए चुनाव प्रचार समाप्त हो गया। बेगूसराय जिले में स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए सभी आवश्यक तैयारी पूरी कर ली गई है। प्रचार समाप्त होने के बाद आज शाम जिला निर्वाचन पदाधिकारी-सह-डीएम तुषार सिंगला ने समाहरणालय स्थित कारगिल विजय भवन में आयोजित प्रेसवार्ता में इसकी जानकारी दी। डीएम ने बताया कि 7 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में कुल 21 लाख 40 हजार 977 मतदाता हैं, जिनमें 11 लाख 34 हजार 376 पुरुष, 10 लाख 2 हजार 323 महिला एवं 38 थर्ड जेंडर मतदाता हैं। 2537 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें 511 शहरी एवं 2026 ग्रामीण मतदान केंद्र हैं। प्रत्येक मतदान केंद्र पर औसतन 839 मतदाता हैं। 22 पिंक पोलिंग स्टेशन, 7 पीडब्ल्यूडी और 7 यूथ पोलिंग स्टेशन जानकारी के मुताबिक, 22 पिंक पोलिंग स्टेशन, 7 पीडब्ल्यूडी पोलिंग स्टेशन एवं 7 यूथ पोलिंग स्टेशन बनाए गए हैं। प्रचार समाप्त होने के बाद आज शाम 6 बजे से मौन अवधि (Silence Period) शुरू हो गया है। इसमें किसी भी प्रकार का चुनाव प्रचार, जुलूस, सभा या लाउडस्पीकर का प्रयोग प्रतिबंधित रहेगा। ऐसे राजनीतिक कार्यकर्ता जो उस निर्वाचन क्षेत्र के मतदाता नहीं हैं, उनकी उपस्थिति वर्जित है। BNSS की धारा-163 के तहत पांच से अधिक व्यक्तियों के एकत्रित होने या अनावश्यक आवाजाही पर भी प्रतिबंध लगाया गया है, यह 7 नवंबर तक प्रभावी रहेगा। हालांकि घर-घर जाकर व्यक्तिगत संपर्क के माध्यम से प्रचार करने की अनुमति रहेगी। आज सभी पोलिंग पार्टी को जनरल पैकेट दे दिया गया है। बुधवार 5 नवंबर को सभी पोलिंग पार्टी को ईवीएम एवं वीवीपैट मशीन सुरक्षा बलों की निगरानी में दी जाएंगी। अलग-अलग विधानसभाओं में यहां बनाए गए डिस्पैच सेंटर चेरिया बरियारपुर के लिए आरसीएस कॉलेज मंझौल, बछवाड़ा के लिए आरकेसी+2 हाई स्कूल बरौनी, तेघड़ा के लिए एपीएसएम कॉलेज बरौनी, मटिहानी के लिए जीडी कॉलेज बेगूसराय, साहेबपुर कमाल के लिए पीडीएसके कॉलेज बलिया, बेगूसराय के लिए जीडी कॉलेज बेगूसराय एवं बखरी (सु.) विधानसभा के लिए लक्ष्मी उदित नारायण उच्च विद्यालय, शकरपुरा में डिस्पैच सेंटर बनाया गया है। जिले के सभी 2537 मतदान केंद्रों पर दो-दो सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जिनके माध्यम से लाइव वेब कास्टिंग की व्यवस्था की गई है। वेब कास्टिंग के लिए कंट्रोल रूम कारगिल विजय भवन से किया जाएगा। सभी मतदान केंद्रों पर पेयजल, शौचालय, रैंप, विद्युत आपूर्ति, शेड, व्हीलचेयर आदि मूलभूत सुविधा उपलब्ध है। बुर्का, घूंघट में आने वाली महिलाओं की पहचान की व्यवस्था जिले के एक हजार मतदान केंद्र पर पर्दानशी महिलाओं की पहचान की व्यवस्था की गई है। यहां आंगनवाड़ी सेविका-सहायिका को तैनात किया गया है। इसके साथ ही मतदाताओं के मोबाइल फोन सुरक्षित रखने के लिए मोबाइल हैंगर (बैग) एवं Volunteer की भी व्यवस्था की गई है। नदी में भी पेट्रोलिंग की जाएगी, 6 मोटरबोट लगाया गया है। कम्युनिकेशन कंट्रोल रूम, मीडिया मॉनिटरिंग सेल, वेब कास्टिंग कंट्रोल रूम एवं जीपीएस ट्रैकिंग कंट्रोल रूम कारगिल विजय सभा भवन में बनाया गया है। सभी थाना क्षेत्र में क्विक रिस्पॉन्स टीम (QRT) की तैनाती की गई है, जिससे किसी भी आपात स्थिति में त्वरित कार्रवाई की जा सके। FST, SST, पुलिस एवं CAPF की टीमें लगातार गहन जांच और निरीक्षण कर रही है। ईवीएम ले जाने वाले सभी वाहन में जीपीएस सिस्टम लगाया है, उसकी ट्रैकिंग होगी। मतदान के बाद सभी पोलिंग पार्टियां अपने सेक्टर पदाधिकारियों के साथ कृषि उत्पादन बाजार समिति स्थित रिसीविंग सेंटर पर पहुंचेंगी। मतदान समाप्ति के बाद मतदान कर्मियों के सुरक्षित और सुगम आवागमन के लिए जिला प्रशासन द्वारा विशेष ट्रैफिक प्लान तैयार किया गया है। बिहार विधानसभा के प्रथम चरण के लिए चुनाव प्रचार समाप्त हो गया। बेगूसराय जिले में स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए सभी आवश्यक तैयारी पूरी कर ली गई है। प्रचार समाप्त होने के बाद आज शाम जिला निर्वाचन पदाधिकारी-सह-डीएम तुषार सिंगला ने समाहरणालय स्थित कारगिल विजय भवन में आयोजित प्रेसवार्ता में इसकी जानकारी दी। डीएम ने बताया कि 7 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में कुल 21 लाख 40 हजार 977 मतदाता हैं, जिनमें 11 लाख 34 हजार 376 पुरुष, 10 लाख 2 हजार 323 महिला एवं 38 थर्ड जेंडर मतदाता हैं। 2537 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें 511 शहरी एवं 2026 ग्रामीण मतदान केंद्र हैं। प्रत्येक मतदान केंद्र पर औसतन 839 मतदाता हैं। 22 पिंक पोलिंग स्टेशन, 7 पीडब्ल्यूडी और 7 यूथ पोलिंग स्टेशन जानकारी के मुताबिक, 22 पिंक पोलिंग स्टेशन, 7 पीडब्ल्यूडी पोलिंग स्टेशन एवं 7 यूथ पोलिंग स्टेशन बनाए गए हैं। प्रचार समाप्त होने के बाद आज शाम 6 बजे से मौन अवधि (Silence Period) शुरू हो गया है। इसमें किसी भी प्रकार का चुनाव प्रचार, जुलूस, सभा या लाउडस्पीकर का प्रयोग प्रतिबंधित रहेगा। ऐसे राजनीतिक कार्यकर्ता जो उस निर्वाचन क्षेत्र के मतदाता नहीं हैं, उनकी उपस्थिति वर्जित है। BNSS की धारा-163 के तहत पांच से अधिक व्यक्तियों के एकत्रित होने या अनावश्यक आवाजाही पर भी प्रतिबंध लगाया गया है, यह 7 नवंबर तक प्रभावी रहेगा। हालांकि घर-घर जाकर व्यक्तिगत संपर्क के माध्यम से प्रचार करने की अनुमति रहेगी। आज सभी पोलिंग पार्टी को जनरल पैकेट दे दिया गया है। बुधवार 5 नवंबर को सभी पोलिंग पार्टी को ईवीएम एवं वीवीपैट मशीन सुरक्षा बलों की निगरानी में दी जाएंगी। अलग-अलग विधानसभाओं में यहां बनाए गए डिस्पैच सेंटर चेरिया बरियारपुर के लिए आरसीएस कॉलेज मंझौल, बछवाड़ा के लिए आरकेसी+2 हाई स्कूल बरौनी, तेघड़ा के लिए एपीएसएम कॉलेज बरौनी, मटिहानी के लिए जीडी कॉलेज बेगूसराय, साहेबपुर कमाल के लिए पीडीएसके कॉलेज बलिया, बेगूसराय के लिए जीडी कॉलेज बेगूसराय एवं बखरी (सु.) विधानसभा के लिए लक्ष्मी उदित नारायण उच्च विद्यालय, शकरपुरा में डिस्पैच सेंटर बनाया गया है। जिले के सभी 2537 मतदान केंद्रों पर दो-दो सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जिनके माध्यम से लाइव वेब कास्टिंग की व्यवस्था की गई है। वेब कास्टिंग के लिए कंट्रोल रूम कारगिल विजय भवन से किया जाएगा। सभी मतदान केंद्रों पर पेयजल, शौचालय, रैंप, विद्युत आपूर्ति, शेड, व्हीलचेयर आदि मूलभूत सुविधा उपलब्ध है। बुर्का, घूंघट में आने वाली महिलाओं की पहचान की व्यवस्था जिले के एक हजार मतदान केंद्र पर पर्दानशी महिलाओं की पहचान की व्यवस्था की गई है। यहां आंगनवाड़ी सेविका-सहायिका को तैनात किया गया है। इसके साथ ही मतदाताओं के मोबाइल फोन सुरक्षित रखने के लिए मोबाइल हैंगर (बैग) एवं Volunteer की भी व्यवस्था की गई है। नदी में भी पेट्रोलिंग की जाएगी, 6 मोटरबोट लगाया गया है। कम्युनिकेशन कंट्रोल रूम, मीडिया मॉनिटरिंग सेल, वेब कास्टिंग कंट्रोल रूम एवं जीपीएस ट्रैकिंग कंट्रोल रूम कारगिल विजय सभा भवन में बनाया गया है। सभी थाना क्षेत्र में क्विक रिस्पॉन्स टीम (QRT) की तैनाती की गई है, जिससे किसी भी आपात स्थिति में त्वरित कार्रवाई की जा सके। FST, SST, पुलिस एवं CAPF की टीमें लगातार गहन जांच और निरीक्षण कर रही है। ईवीएम ले जाने वाले सभी वाहन में जीपीएस सिस्टम लगाया है, उसकी ट्रैकिंग होगी। मतदान के बाद सभी पोलिंग पार्टियां अपने सेक्टर पदाधिकारियों के साथ कृषि उत्पादन बाजार समिति स्थित रिसीविंग सेंटर पर पहुंचेंगी। मतदान समाप्ति के बाद मतदान कर्मियों के सुरक्षित और सुगम आवागमन के लिए जिला प्रशासन द्वारा विशेष ट्रैफिक प्लान तैयार किया गया है।


