इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया ने रविवार को सीए फाइनल परीक्षा का रिजल्ट जारी किया। नौबस्ता के पशुपतिनगर के रहने वाले वंश गुप्ता ने 600 में से 369 अंक हासिल कर शहर में टॉप किया है। वंश को म्यूजिक सुनना बहुत पसंद था, लेकिन परीक्षा के दौरान उन्होंने इससे दूरी बना ली और पूरी तरह पढ़ाई पर ध्यान दिया। इसी मेहनत का नतीजा है कि आज वह शहर के टॉपर बन गए हैं।
दूसरे और तीसरे नंबर पर भी शानदार प्रदर्शन
गोविंदनगर की गीतिका अग्रवाल और स्वरूपनगर की लावण्या माहेश्वरी ने 366 अंक लाकर दूसरा स्थान हासिल किया। वहीं, अंबरीश निगम ने 365 अंकों के साथ तीसरा और रावतपुर के संस्कार सिंह ने 351 अंकों के साथ चौथा स्थान पाया।
कुल 538 छात्रों ने लिया था हिस्सा
मई 2025 में हुई इस सीए फाइनल परीक्षा में कुल 538 छात्रों ने हिस्सा लिया था। इनमें से 141 छात्र सफल हुए। दोनों ग्रुप में 170 छात्रों ने परीक्षा दी थी, जिनमें से 32 छात्रों को दोनों ग्रुप में सफलता मिली। ग्रुप 1 में 20 और ग्रुप 2 में 17 छात्र पास हुए।
टॉपर्स की मेहनत और संघर्ष
वंश गुप्ता ने बताया कि सीए की पढ़ाई के लिए उन्होंने म्यूजिक और पारिवारिक आयोजनों से दूरी बना ली थी। उनके परिवार में कोई सीए नहीं है। मां निशा गुप्ता एक शिक्षिका हैं और पिता दीपक गुप्ता कारोबारी हैं।
नींद से भी किया समझौता
गीतिका अग्रवाल ने डेढ़ साल तक सोशल मीडिया और स्मार्टफोन से दूरी बनाई। पढ़ाई के लिए हर दिन 6 घंटे समय दिया। नींद से भी समझौता किया, लेकिन पढ़ाई कभी नहीं छोड़ी। वह कहती हैं कि सफलता के पीछे उनका अनुशासन और एकाग्रता रही। उनके पिता संजय अग्रवाल बिजनेसमैन हैं और मां शालिनी गृहिणी।
संस्कार सिंह ने बताया कि उन्हें शुरू से ही कॉमर्स पसंद थी। उन्होंने गेम खेलना पूरी तरह छोड़ दिया और हर दिन 7 से 8 घंटे पढ़ाई की। उनके परिवार में भी कोई सीए नहीं था। उनकी मां बबिता सिंह शिक्षिका हैं और पिता सुनील सिंह प्राइवेट नौकरी करते हैं।
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