संतकबीरनगर जिले में आवास विकास कॉलोनी विकसित करने की कवायद तेज हो गई है। इसके लिए तीन स्थानों पर जमीन चिन्हित की गई है, जिसका राजस्व अधिकारियों और आवास विकास परिषद की टीम ने सर्वे कर लिया है। जिलाधिकारी आलोक कुमार स्वयं इस परियोजना की निगरानी कर रहे हैं। वर्ष 1997 में जिले के गठन के बाद से अब तक जिला मुख्यालय पर कोई आवास विकास कॉलोनी नहीं बन पाई है। इस कारण निजी प्लॉटिंग करने वाले लोग किसानों से जमीन लेकर बिना पंजीकरण के कॉलोनियां बसा रहे हैं। इस स्थिति को देखते हुए, जिलाधिकारी ने जिले में एक व्यवस्थित आवास विकास कॉलोनी विकसित करने की पहल की है। कॉलोनी के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग पर मगहर से मनियरा तक, मेंहदावल रोड और धनघटा मार्ग पर कुल तीन स्थानों पर जमीन देखी गई है। इस परियोजना के लिए लगभग 100 एकड़ भूमि की आवश्यकता है, जिसे किसानों से खरीदा जाएगा। सर्वे के बाद, राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित जमीन को प्राथमिकता के आधार पर खरीदने के प्रयास किए जा रहे हैं। आवास विकास कॉलोनी में बिजली, सड़क, पानी, सफाई, पार्क, स्कूल और अस्पताल जैसी सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। इसके अतिरिक्त, कॉलोनी की सुरक्षा के लिए 24 घंटे व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी।


