झांसी में 10 दिन पहले रेलवे कलेक्शन के 70 लाख रुपए लेकर भागे मामा-भांजे का रविवार तड़के पुलिस ने एनकाउंटर कर दिया। पैर में गोली लगने से भांजा घायल हो गया, जबकि मामा को घेरकर पकड़ लिया। घायल भांजा कलेक्शन कंपनी सीएमएस इन्फो लिमिटेड में एजेंट था। उसका काम रेलवे स्टेशन से टिकट कलेक्शन की रकम लेकर बैंक में जमा करने का था। इस रकम को उड़ाने के लिए उसने मामा के साथ तगड़ा प्लान तैयार किया था। उसने परिवार से सारे संबंध तोड़ दिए। घरवालों ने उसे कानूनी रूप से बेदखल भी कर दिया। इसके बाद मामा के साथ प्लान के मुताबिक वारदात को अंजाम दिया। पुलिस ने उनके पास से एक कार, कैश, तमंचा और कारतूस बरामद किए हैं। 3 दिन के टिकट कलेक्शन का कैश था सीएमएस इन्फो लिमिटेड कंपनी में प्रेमनगर के नगरा कसाई बाबा निवासी अंशुल साहू कलेक्शन एजेंट था। वो उत्तर मध्य रेलवे के टिकट कलेक्शन का पैसा स्टेशन रोड स्थित भारतीय स्टैट बैंक में जमा करने का काम करता था। हर बार की तरह 13 अक्टूबर को वह झांसी रेल कार्यालय से 69 लाख 78 हजार 642 रुपए लिए और बैंक में जमा करने के लिए निकल गया। मगर वो रकम को जमा करने बैंक नहीं गया और पूरा पैसा लेकर भाग गया। तब कंपनी के मैनेजर गौतम गर्ग ने नवाबाद थाने में मामला दर्ज कराया था। मामला दर्ज होने के बाद नवाबाद थाने की पुलिस ने स्वॉट टीम के साथ मिलकर उसकी तलाश शुरु कर दी। पुलिस को देखकर चलाई गोली एसपी सिटी प्रीति सिंह ने बताया- रविवार सुबह 5:30 बजे मुखबिर ने सूचना दी कि अंशुल साहू समेत दो लोग भगवंतपुरा के पास कार लेकर कहीं जाने वाले हैं। इस पर नवाबाद थाना प्रभारी जेपी पाल और स्वाट टीम प्रभारी जितेंद्र तक्खर ने पुलिस टीम के साथ चेकिंग शुरु कर दी। जब आरोपी कार लेकर आए तो उनको रोकने का प्रयास किया। वे पुलिस को देखकर जंगल की ओर भागने लगे। पुलिस ने पीछा कर उन्हें रोकने का प्रयास किया। जिस पर उन्होंने पुलिस पर फायरिंग कर दी। काउंटर अटैक में अंशुल साहू पुत्र रतीराम के पैर में गोली लगी है। उसे मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाया गया है। वहीं उसके मामा जीवन साहू को पुलिस ने घेरकर पकड़ लिया। रकम देखकर आया लालच अंशुल ने पुलिस को बताया- मैं अक्सर रकम जमा करने के लिए जाता था। यह देखकर मन में लालच आ गया और पैसा हड़पने के लिए प्लान बनाया। प्लान के मुताबिक पहले मैंने अपने परिवार से संबंध तोड़कर गजट निकलवाया। ताकि पुलिस घरवालों को परेशान न कर सके। इसके बाद मामा के साथ मिलकर 13 अक्टूबर को घटना को अंजाम देकर फरार हो गया था। आज वह अपने मामा के साथ मिलकर उस रकम को लेकर भाग रहा था।


