कैमूर के चैनपुर विधानसभा क्षेत्र में महागठबंधन के दो प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतरने से कार्यकर्ताओं और मतदाताओं में असमंजस की स्थिति बनी हुई है। दोनों ही उम्मीदवार खुद को महागठबंधन का असली प्रत्याशी बता रहे हैं, जिससे वोटर यह तय नहीं कर पा रहे हैं कि किसे वोट दें। बिहार विधानसभा चुनाव में एक ओर एनडीए और दूसरी ओर महागठबंधन चुनावी मैदान में है। सीट बंटवारे के बाद सभी पार्टियों ने अपने प्रत्याशियों को सिंबल देकर चुनाव लड़वा रही हैं। इसके बावजूद, बिहार में कुछ सीटों पर महागठबंधन के ही प्रत्याशी एक-दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। चैनपुर विधानसभा सीट पर मुकेश सहनी की वीआईपी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बाल गोविंद बिंद ने महागठबंधन प्रत्याशी के तौर पर नामांकन दाखिल किया है। वहीं, दूसरी ओर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के चुनाव चिन्ह पर पूर्व मंत्री बृजकिशोर बिंद भी चुनावी दंगल में हैं। बृजकिशोर बिंद पहले भाजपा प्रत्याशी के तौर पर नीतीश सरकार में खनन मंत्रालय की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। उन्होंने पाला बदलकर राजद की सदस्यता ग्रहण की और अब लालटेन छाप पर महागठबंधन प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं। इस स्थिति के बाद चैनपुर विधानसभा में महागठबंधन के असली प्रत्याशी की पहचान को लेकर संशय गहरा गया है। अभी तक किसी भी दल के अध्यक्षों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर यह स्पष्ट नहीं किया है कि महागठबंधन का आधिकारिक प्रत्याशी बाल गोविंद बिंद हैं या बृजकिशोर बिंद। यह स्थिति चैनपुर विधानसभा चुनाव को महागठबंधन के लिए बेहद दिलचस्प बना रही है। अब आने वाला समय ही बताएगा कि महागठबंधन की तरफ से लड़ रहे इन दोनों प्रत्याशियों में से जनता किसे चुनती है। कैमूर के चैनपुर विधानसभा क्षेत्र में महागठबंधन के दो प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतरने से कार्यकर्ताओं और मतदाताओं में असमंजस की स्थिति बनी हुई है। दोनों ही उम्मीदवार खुद को महागठबंधन का असली प्रत्याशी बता रहे हैं, जिससे वोटर यह तय नहीं कर पा रहे हैं कि किसे वोट दें। बिहार विधानसभा चुनाव में एक ओर एनडीए और दूसरी ओर महागठबंधन चुनावी मैदान में है। सीट बंटवारे के बाद सभी पार्टियों ने अपने प्रत्याशियों को सिंबल देकर चुनाव लड़वा रही हैं। इसके बावजूद, बिहार में कुछ सीटों पर महागठबंधन के ही प्रत्याशी एक-दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। चैनपुर विधानसभा सीट पर मुकेश सहनी की वीआईपी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बाल गोविंद बिंद ने महागठबंधन प्रत्याशी के तौर पर नामांकन दाखिल किया है। वहीं, दूसरी ओर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के चुनाव चिन्ह पर पूर्व मंत्री बृजकिशोर बिंद भी चुनावी दंगल में हैं। बृजकिशोर बिंद पहले भाजपा प्रत्याशी के तौर पर नीतीश सरकार में खनन मंत्रालय की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। उन्होंने पाला बदलकर राजद की सदस्यता ग्रहण की और अब लालटेन छाप पर महागठबंधन प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं। इस स्थिति के बाद चैनपुर विधानसभा में महागठबंधन के असली प्रत्याशी की पहचान को लेकर संशय गहरा गया है। अभी तक किसी भी दल के अध्यक्षों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर यह स्पष्ट नहीं किया है कि महागठबंधन का आधिकारिक प्रत्याशी बाल गोविंद बिंद हैं या बृजकिशोर बिंद। यह स्थिति चैनपुर विधानसभा चुनाव को महागठबंधन के लिए बेहद दिलचस्प बना रही है। अब आने वाला समय ही बताएगा कि महागठबंधन की तरफ से लड़ रहे इन दोनों प्रत्याशियों में से जनता किसे चुनती है।


