खुशखबरी ! सहरसा को अब सैटेलाइट सिटी कहिए:महानगरों की तर्ज पर होगा विकास, पार्क, खेल के मैदान-कम्यूनिटी सेंटर की मिलेंगी सुविधाएं

खुशखबरी ! सहरसा को अब सैटेलाइट सिटी कहिए:महानगरों की तर्ज पर होगा विकास, पार्क, खेल के मैदान-कम्यूनिटी सेंटर की मिलेंगी सुविधाएं

राज्य सरकार ने सहरसा शहर को सैटेलाइट सिटी के रूप में विकसित करने की सैद्धांतिक सहमति दे दी है। राज्य कैबिनेट की स्वीकृति के बाद गुरुवार को सहरसा नगर निगम आयुक्त प्रभात कुमार झा ने यह जानकारी दी। इस पहल से सहरसा में योजनाबद्ध विकास को बढ़ावा मिलेगा और नागरिकों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी। जल निकासी, यातायात प्रबंधन और कचरा प्रबंधन पर विशेष ध्यान नगर आयुक्त प्रभात कुमार झा ने बताया कि सैटेलाइट सिटी के रूप में विकास के तहत जल निकासी, यातायात प्रबंधन और कचरा प्रबंधन जैसी महत्वपूर्ण योजनाओं पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। इसका उद्देश्य शहर की मूलभूत समस्याओं का समाधान कर उसे आधुनिक बनाना है। कैबिनेट ने सूबे के 9 प्रमंडल मुख्यालय वाले शहरों को सैटेलाइट सिटी की तर्ज पर विकसित करने का निर्णय लिया है, जिसमें सहरसा नगर निगम भी शामिल है। इस योजना के तहत सहरसा को विश्व स्तरीय शहर बनाने की परिकल्पना की गई है, जिसमें अच्छी सड़कें और उन्नत बुनियादी ढांचा होगा। नए मार्ग, पार्किंग व्यवस्था और सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा नई सैटेलाइट टाउनशिप में नागरिकों को पार्क, खेल के मैदान और सामुदायिक केंद्र जैसी मूलभूत सुविधाएं मिलेंगी। यातायात को सुव्यवस्थित करने के लिए नए मार्ग, पार्किंग व्यवस्था और सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा देने के साथ अतिक्रमण हटाने की ठोस रणनीति भी बनाई जाएगी। इसके अतिरिक्त, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, सीवरेज प्रणाली और जल निकासी की समस्याओं का वैज्ञानिक समाधान किया जाएगा, जिससे शहर में स्वच्छता और स्वास्थ्य की स्थिति बेहतर हो सके। शहरवासियों को शुद्ध पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी और विद्युतीकरण के लिए नई योजनाएं लाई जाएंगी। हॉट (बाजार) और अन्य बाजारों की भी स्थापना की जाएगी। राज्य सरकार के निर्देश पर इन सभी कार्यों को पूरा करने के लिए एक एजेंसी को जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। हालांकि, काम शुरू होने की तिथि अभी निर्धारित नहीं की गई है। राज्य सरकार ने सहरसा शहर को सैटेलाइट सिटी के रूप में विकसित करने की सैद्धांतिक सहमति दे दी है। राज्य कैबिनेट की स्वीकृति के बाद गुरुवार को सहरसा नगर निगम आयुक्त प्रभात कुमार झा ने यह जानकारी दी। इस पहल से सहरसा में योजनाबद्ध विकास को बढ़ावा मिलेगा और नागरिकों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी। जल निकासी, यातायात प्रबंधन और कचरा प्रबंधन पर विशेष ध्यान नगर आयुक्त प्रभात कुमार झा ने बताया कि सैटेलाइट सिटी के रूप में विकास के तहत जल निकासी, यातायात प्रबंधन और कचरा प्रबंधन जैसी महत्वपूर्ण योजनाओं पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। इसका उद्देश्य शहर की मूलभूत समस्याओं का समाधान कर उसे आधुनिक बनाना है। कैबिनेट ने सूबे के 9 प्रमंडल मुख्यालय वाले शहरों को सैटेलाइट सिटी की तर्ज पर विकसित करने का निर्णय लिया है, जिसमें सहरसा नगर निगम भी शामिल है। इस योजना के तहत सहरसा को विश्व स्तरीय शहर बनाने की परिकल्पना की गई है, जिसमें अच्छी सड़कें और उन्नत बुनियादी ढांचा होगा। नए मार्ग, पार्किंग व्यवस्था और सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा नई सैटेलाइट टाउनशिप में नागरिकों को पार्क, खेल के मैदान और सामुदायिक केंद्र जैसी मूलभूत सुविधाएं मिलेंगी। यातायात को सुव्यवस्थित करने के लिए नए मार्ग, पार्किंग व्यवस्था और सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा देने के साथ अतिक्रमण हटाने की ठोस रणनीति भी बनाई जाएगी। इसके अतिरिक्त, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, सीवरेज प्रणाली और जल निकासी की समस्याओं का वैज्ञानिक समाधान किया जाएगा, जिससे शहर में स्वच्छता और स्वास्थ्य की स्थिति बेहतर हो सके। शहरवासियों को शुद्ध पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी और विद्युतीकरण के लिए नई योजनाएं लाई जाएंगी। हॉट (बाजार) और अन्य बाजारों की भी स्थापना की जाएगी। राज्य सरकार के निर्देश पर इन सभी कार्यों को पूरा करने के लिए एक एजेंसी को जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। हालांकि, काम शुरू होने की तिथि अभी निर्धारित नहीं की गई है।  

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