गोवा के अरपोरा स्थित रोमियो ब्रेसलैंड नाइट क्लब में शनिवार देर रात लगी भीषण आग ने झारखंड के तीन परिवारों को उजाड़ दिया। इस हादसे में रांची जिले के लापुंग थाना क्षेत्र के फतेहपुर गांव के दो सगे भाई 24 वर्षीय प्रदीप महतो और 22 वर्षीय विनोद महतो सहित खूंटी जिले के कर्रा प्रखंड के गोविंदपुर गांव के 22 वर्षीय मोहित मुंडा की दर्दनाक मौत हो गई। ये तीनों युवक रोजगार की तलाश में गोवा पहुंचे थे। तीनों इसी नाइट क्लब में काम करते थे। बताया जाता है कि आग इतनी तेजी से फैली कि कर्मचारियों और पर्यटकों को बाहर निकलने का मौका तक नहीं मिल पाया। चारों ओर धुआं और लपटें इतनी तेज थीं कि अधिकांश लोग अंदर ही फंस गए। हादसे की सूचना मिलते ही गोवा में मौजूद अन्य झारखंडी युवक अस्पताल पहुंचे और प्रशासन को पहचान में मदद की। एक ही गांव के दो बेटों की मौत से सदमे में गांव हादसे की खबर झारखंड पहुंचते ही फतेहपुर गांव में पूरे इलाके में मातम पसर गया। पिता धनेश्वर महतो अपने दोनों बेटों के एक साथ चले जाने की बात सुनकर बेहोश हो गए। परिवार में चीख-पुकार का माहौल है। गांव के लोग उनके घर पर ढाढ़स बंधाने पहुंच रहे हैं। वहीं खूंटी के गोविंदपुर गांव में भी मोहित मुंडा की मौत के बाद भारी शोक का माहौल है। गांव वाले बताते हैं कि मोहित परिवार का सहारा था और रोजगार की तलाश में गोवा गया था। हादसे के बाद गोवा में काम कर रहे झारखंड के अन्य युवा बेहद डर और चिंता में हैं। सोमवार या मंगलवार तक पहुंच सकता है शव हादसे के बाद झारखंड सरकार भी स्थिति पर नजर बनाए हुए है। हालांकि तीनों युवकों की मौत की आधिकारिक पुष्टि राज्य सरकार की ओर से अभी नहीं की गई है, लेकिन प्रशासन ने गोवा सरकार से संपर्क साध लिया है। बताया जा रहा है कि कानूनी प्रक्रिया पूरी होते ही शवों को सोमवार या मंगलवार तक झारखंड लाया जाएगा। परिजनों और गांव के लोगों की निगाहें अब सरकार की ओर टिकी हैं ताकि जल्द से जल्द अंतिम संस्कार घर में हो सके। गोवा के अरपोरा स्थित रोमियो ब्रेसलैंड नाइट क्लब में शनिवार देर रात लगी भीषण आग ने झारखंड के तीन परिवारों को उजाड़ दिया। इस हादसे में रांची जिले के लापुंग थाना क्षेत्र के फतेहपुर गांव के दो सगे भाई 24 वर्षीय प्रदीप महतो और 22 वर्षीय विनोद महतो सहित खूंटी जिले के कर्रा प्रखंड के गोविंदपुर गांव के 22 वर्षीय मोहित मुंडा की दर्दनाक मौत हो गई। ये तीनों युवक रोजगार की तलाश में गोवा पहुंचे थे। तीनों इसी नाइट क्लब में काम करते थे। बताया जाता है कि आग इतनी तेजी से फैली कि कर्मचारियों और पर्यटकों को बाहर निकलने का मौका तक नहीं मिल पाया। चारों ओर धुआं और लपटें इतनी तेज थीं कि अधिकांश लोग अंदर ही फंस गए। हादसे की सूचना मिलते ही गोवा में मौजूद अन्य झारखंडी युवक अस्पताल पहुंचे और प्रशासन को पहचान में मदद की। एक ही गांव के दो बेटों की मौत से सदमे में गांव हादसे की खबर झारखंड पहुंचते ही फतेहपुर गांव में पूरे इलाके में मातम पसर गया। पिता धनेश्वर महतो अपने दोनों बेटों के एक साथ चले जाने की बात सुनकर बेहोश हो गए। परिवार में चीख-पुकार का माहौल है। गांव के लोग उनके घर पर ढाढ़स बंधाने पहुंच रहे हैं। वहीं खूंटी के गोविंदपुर गांव में भी मोहित मुंडा की मौत के बाद भारी शोक का माहौल है। गांव वाले बताते हैं कि मोहित परिवार का सहारा था और रोजगार की तलाश में गोवा गया था। हादसे के बाद गोवा में काम कर रहे झारखंड के अन्य युवा बेहद डर और चिंता में हैं। सोमवार या मंगलवार तक पहुंच सकता है शव हादसे के बाद झारखंड सरकार भी स्थिति पर नजर बनाए हुए है। हालांकि तीनों युवकों की मौत की आधिकारिक पुष्टि राज्य सरकार की ओर से अभी नहीं की गई है, लेकिन प्रशासन ने गोवा सरकार से संपर्क साध लिया है। बताया जा रहा है कि कानूनी प्रक्रिया पूरी होते ही शवों को सोमवार या मंगलवार तक झारखंड लाया जाएगा। परिजनों और गांव के लोगों की निगाहें अब सरकार की ओर टिकी हैं ताकि जल्द से जल्द अंतिम संस्कार घर में हो सके।


