पंजाब के तरनतारन में हो रहे विधानसभा उपचुनाव में गैंगस्टर और खालिस्तान का मुद्दा गरमा गया है। पंजाब कांग्रेस के प्रधान अमरिंदर राजा वड़िंग ने इसकी शुरुआत की। 2 दिन पहले तरनतारन में प्रचार करते हुए राजा वड़िंग ने कहा कि लोगों को गैंगस्टर वाला पंजाब बनाना है, जिसमें बंदूकें–फिरौतियां होंगी या फिर अलग ही मांग करने वालों को। लोग फैसला करें कि उन्हें खालिस्तान चाहिए या फिर हिंदुस्तान। जो जीतेगा, वह हमारे साथ घूमेगा या फिर जेल में बैठा रहेगा। वड़िंग की इन बातों से सियासी घमासान मच गया है। राजा वड़िंग के 2 बयान, जिन पर मचा घमासान… वड़िंग के बयानों पर सियासी बवाल क्यों… अमृतपाल सांसद लेकिन जेल में बंद
तरनतारन विधानसभा सीट खडूर साहिब लोकसभा सीट में आती है। यहां से खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सांसद हैं। हालांकि अमृतपाल ने जेल में रहते हुए यह चुनाव जीता। 2024 में चुनाव जीतने के बाद वह जेल से बाहर नहीं निकले। वड़िंग का बयान अमृतपाल से ही जोड़कर माना जा रहा है। अमृतपाल की पार्टी ‘अकाली दल-वारिस पंजाब दे’ ने यहां से मनदीप सिंह को टिकट दी है। मनदीप जेल में बंद संदीप सिंह उर्फ सन्नी के भाई हैं। सन्नी पर अमृतसर के हिंदू नेता सुधीर सूरी की हत्या का आरोप है। वड़िंग का AAP पर भी निशाना
वड़िंग ने आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार पर निशाना साधते हुए कहा कि वह तीन बार विधायक रह चुका है और अकाली दल छोड़कर अब आप (AAP) में शामिल हुआ है। तरनतारन के लोग उसके किए कामों और कार्यशैली से भलीभांति परिचित हैं। राजा वड़िंग ने कहा कि कांग्रेस ने पंजाब में अमन और शांति के लिए अनगिनत शहादतें दी हैं और आज का पंजाब इन्हीं कुर्बानियों की नींव पर खड़ा है। अकाली उम्मीदवार को गैंगस्टर के परिवार का बताया
अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने अपने भाषण में गैंगस्टर शब्द का भी प्रयोग किया। उसका निशाना कांग्रेस के विरोधी अकाली दल के उम्मीदवार पर था। राजा वड़िंग ने दावा किया है कि अकाली दल को उम्मीदवार नहीं मिलता तो उन्हें गैंगस्टर के परिवार का सहारा लेना पड़ा। ये राजनीतिक पार्टिया फैसला कर लें, कि अगला पंजाब हमने कैसा बनाना है। कांग्रेस इतनी एग्रेसिव क्यों? इसकी बड़ी वजह 2027 का पंजाब विधानसभा चुनाव है। 2022 के चुनाव में आम आदमी पार्टी (AAP) की लहर में कांग्रेस सत्ता से बाहर हो गई। AAP ने 117 सीटों में से 92 सीटें जीत लीं। इसके बाद हुए उपचुनावों में भी बरनाला की सीट छोड़ दें तो हर सीट AAP ही जीत रही। इससे AAP की सीटें बढ़कर 93 हो चुकी हैं। 2027 के चुनाव से पहले यह आखिरी उपचुनाव हो सकता है। ऐसे में कांग्रेस को उम्मीद है कि अगर यहां से AAP की हार हुई तो वह इससे 2 साल बाद अपने पक्ष में माहौल बना सकती है। —————————— तरनतारन उपचुनाव, अकालियों के गढ़ में AAP की दोबारा परीक्षा:खालिस्तान समर्थक सांसद नई चुनौती, लोकसभा चुनाव में आप तीसरे नंबर पर रही थी पंजाब के तरनतारन उपचुनाव में आम आदमी पार्टी (AAP) के लिए फिर बड़ी परीक्षा होने जा रही है। यह सीट अकाली दल का गढ़ मानी जाती रही है। मुकाबला इस बार इसलिए भी खास है क्योंकि यह वही सीट है, जहां से खालिस्तान समर्थक सांसद अमृतपाल सिंह को लोकसभा चुनाव 2024 में अच्छी लीड मिली थी। उस वक्त यहां AAP तीसरे नंबर पर रही थी, इसलिए अब पार्टी अपनी साख बचाने के लिए पूरा दम लगा रही है। (पूरी खबर पढ़ें)
पंजाब उपचुनाव में गर्माया गैंगस्टर–खालिस्तान का मुद्दा:कांग्रेस ने पूछा- किसे वोट डालोगे जो जेल में बैठा रहेगा या गैंगस्टर फोन कर काम कराएंगे


