फाजिल्का के गांव चक्क स्वाहवाला में जमीनी विवाद को लेकर फायरिंग किए जाने का मामला सामने आया है। करीब साढ़े छह एकड़ जमीन के कब्जाधारक लोगों पर फायरिंग करने ओर तोड़फोड़ करने के आरोप लगे हैं। मामले को लेकर भारतीय किसान यूनियन एकता उग्राहा के पदाधिकारी मौके पर पहुंचे और धरना देकर बैठ गए। वहीं, जमीन पर गेहूं की बिजाई शुरू कर दी गई है। पुलिस ने इस मामले में मुकदमा दर्ज करते हुए कार्रवाई शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि मामले में बनती कार्रवाई की जा रही है। भारतीय किसान यूनियन एकता उग्राहा के जिला प्रमुख जगजीत सिंह घोला ने बताया कि गांव चक्क स्वाहवाला में मृतक कश्मीर सिंह के परिवार की करीब साढ़े 6 एकड़ जमीन है, जो गिरदावरी में उनके नाम बोलती है। पिछले 100 वर्षों से वह खेती करते आ रहे हैं, जिस पर उनका कब्जा है। लेकिन कुछ लोग जिनके नाम जमीन का मालिकाना है, उन्होंने करीब छह महीने पहले यह जमीन किसी और को बेच दी और जिन लोगों ने यह जमीन खरीदी, वह कब्जा करने के लिए आ गए। कमरे में घुसकर की तोड़फोड़ उन्होंने फायरिंग की और जमीन के साथ बने कमरे में पड़े सामान की भी तोड़फोड़ की गई। कुछ सामान चुराने के उन्होंने आरोप लगाए है। जिस पर कार्रवाई की मांग को लेकर भारतीय किसान यूनियन एकता उग्राहा द्वारा अब मौके पर पहुंच न सिर्फ धरना लगाया गया है, बल्कि इस जमीन पर गेहूं के फसल की बिजाई शुरू कर दी गई है। जगसीर सिंह घोला का कहना है कि कश्मीर सिंह की मौत हो चुकी है, जबकि पीछे उसकी पत्नी और दो बेटियां हैं जो इस जमीन पर काश्त करती हैं। पुलिस ने 50 लोगों के खिलाफ दर्ज किया केस उधर, पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए 50 से अधिक लोगों पर मुकदमा दर्ज कर दिया है। जिसमें पांच लोगों को नामजद किया गया है। पुलिस के मुताबिक कश्मीर सिंह की पत्नी मेहरा बाई के बयानों के आधार पर यह मुकदमा दर्ज किया गया। जिसमें पुलिस को शिकायत दर्ज करवाई गई आरोपी तीन ट्रैक्टर और चार गाड़ियों पर सवार होकर आए और उन्होंने हथियारों के बल पर जमीन में धक्के से ट्रैक्टर दाखिल कर जमीन पर हल चला दिया। फायरिंग कर उन्हें जान से मारने की कोशिश की। जिस पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए हरिंदरपाल सिंह, बलबीर सिंह, निशान सिंह, कमलप्रीत सिंह, परमप्रीत सिंह सहित 45 से 50 अज्ञात लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं सहित आर्म्स एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर दिया है।


