नागौर शहर और आसपास के क्षेत्रों में में मौसम ने करवट ली है, जिसके परिणामस्वरूप अब दिनचर्या में सर्दी का असर साफ दिखाई देने लगा है। पिछले तीन दिनों से आसमान में बादलों ने डेरा डाला हुआ है, जिसने सूर्य की तपिश को कम किया है और वातावरण में ठंडक घोल दी है।
बादलों के कारण न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। रात का पारा लुढ़ककर 15 डिग्री सेल्सियस के आसपास पहुँच गया है, जिसके चलते रात और अलसुबह सर्दी का अहसास काफी बढ़ गया है। लोग अब शाम होते ही घरों के अंदर दुबकने लगे हैं और पंखे व कूलर पूरी तरह से बंद हो चुके हैं।
सर्दी के बढ़ने के साथ ही सुबह के वक्त हल्के कोहरे की चादर भी दिखाई दे रही है। इस कारण सड़कों पर दृश्यता (Visibility) थोड़ी कम हो गई, जिसने वाहन चालकों, विशेष रूप से दोपहिया वाहन सवारों के लिए आवागमन में थोड़ी परेशानी पैदा की। जल्दी काम पर निकलने वाले नौकरीपेशा लोगों को अब अपनी अलमारियों से गर्म कपड़े निकालने पड़े हैं। शॉल, स्वेटर और जैकेट पहनकर ही लोग घरों से बाहर निकल रहे हैं।
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, यह बदलाव सर्दी की आहट है, और आने वाले दिनों में तापमान में और गिरावट आने की संभावना है।


