‘प्रेम-प्रसंग में पिता-पुत्र की हत्या हुई थी,4 लाख में डील’:भोजपुर में 2 आरोपी गिरफ्तार, मृतक की पत्नी से साजिशकर्ता का अफेयर था; रास्ते से हटाने के लिए रची साजिश

‘प्रेम-प्रसंग में पिता-पुत्र की हत्या हुई थी,4 लाख में डील’:भोजपुर में 2 आरोपी गिरफ्तार, मृतक की पत्नी से साजिशकर्ता का अफेयर था; रास्ते से हटाने के लिए रची साजिश

भोजपुर जिले के मुफस्सिल थाना पुलिस ने मिठाई दुकानदार प्रमोद महतो(45) और उनके छोटे पुत्र प्रियांशु कुमार(20) की हत्या का खुलासा कर दिया है। इस मामले में 2 आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है। जिसकी पहचान नवादा इलाके के बहीरो निवासी द्वारिका श्राम और गजरागंज ओपी के कारीसाथ गांव निवासी सूरज कुमार सिंह के तौर पर हुई है। 2 मोबाइल बरामद हुआ है। हत्याकांड में शामिल अन्य आरोपियों की तलाश जारी है। प्रमोद महतो(45) की पत्नी का मुख्य साजिशकर्ता द्वारिका शर्मा(45) से अफेयर था। इसी विवाद में वारदात को अंजाम दिया गया था। द्वारिका शर्मा पहले प्रमोद महतो का पड़ोसी था। प्रमोद की पत्नी सोमारी देवी से संबंधों के कारण उसे रास्ते से हटाने की साजिश रची थी। उसने गजराजगंज ओपी क्षेत्र के एक व्यक्ति को हत्या के लिए चार लाख रुपए की सुपारी दी थी। इसमें एक लाख एडवांस के तौर पर दिया था। बाकी काम होने के बाद देने के लिए बोला गया था। अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी सदर एसडीपीओ वन राज कुमार साह ने बताया कि हत्या के पीछे प्रेम-प्रसंग का विवाद है। सूरज कुमार का पूर्व से भी आपराधिक इतिहास रहा है। प्रमोद महतो मूल रूप से उदवंतनगर थाना क्षेत्र के कसाप गांव के रहने वाले थे। करीब 14 साल पहले बहीरो में मकान बनाया था। बाद मकान बेचकर पियनिया में नया घर बना लिए थे। प्रमोद के बड़े पुत्र हिमांशु कुमार ने अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी राज ने विशेष जांच दल का गठन किया। टीम में इंस्पेक्टर दीपक कुमार, दारोगा धर्मेन्द्र कुमार और डीआइयू के पदाधिकारी शामिल हैं। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार दोनों आरोपियों से पूछताछ में कई अहम सुराग मिले हैं। शूटर सहित तीन अन्य फरार आरोपियों की तलाश तेज कर दी गई है। सूरज ने ब्लेड से गला रेता था 30 अक्टूबर की शाम करीब सात बजे द्वारिका ने पैसे का प्रलोभन देकर प्रमोद और उनके पुत्र प्रियांशु को गजराजगंज ओपी क्षेत्र के कारीसाथ गांव बुलाया था। वहां से दोनों को विश्वास में लेकर बेलघाट की ओर ले गया था। जहां दोनों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्या में दो अवैध हथियारों का प्रयोग किया गया था। एसडीपीओ के अनुसार, गोली मारने के बाद गिरफ्तार सूरज कुमार ने प्रमोद का गला ब्लेड से रेता था। वारदात के बाद सूरज बक्सर की ओर भागने की कोशिश कर रहा था, तभी पुलिस ने पीछा कर उसे दबोच लिया। आर्म्स एक्ट के एक मामले में जेल गया था पुलिस जांच में सामने आया कि सूरज पहले से ही आपराधिक घटनाओं में शामिल रहा है। 27 सितंबर 2025 को उसने आरा-बक्सर फोरलेन के पास कारीसाथ गांव की एक चाय दुकान पर फायरिंग की थी। इसे लेकर प्राथमिकी कराई गई थी। अनुसंधान में उसका नाम आया था। इससे पहले 26 नवंबर 2024 को वह आर्म्स एक्ट के एक मामले में जेल जा चुका है। बेटा गांव की लड़की से प्यार करता था घटना वाले दिन मृतक प्रमोद की पत्नी सोमारी देवी ने बताया था कि मेरा छोटा बेटा प्रियांशु मौर्य गांव की एक लड़की से प्यार करता था। एक जाति नहीं होने के कारण शादी करने से मना किया था। उसके बाद लड़की शादी के लिए दबाव बना रही थी। 10 दिन पहले अंजाम भुगतने की धमकी दी थी। भोजपुर जिले के मुफस्सिल थाना पुलिस ने मिठाई दुकानदार प्रमोद महतो(45) और उनके छोटे पुत्र प्रियांशु कुमार(20) की हत्या का खुलासा कर दिया है। इस मामले में 2 आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है। जिसकी पहचान नवादा इलाके के बहीरो निवासी द्वारिका श्राम और गजरागंज ओपी के कारीसाथ गांव निवासी सूरज कुमार सिंह के तौर पर हुई है। 2 मोबाइल बरामद हुआ है। हत्याकांड में शामिल अन्य आरोपियों की तलाश जारी है। प्रमोद महतो(45) की पत्नी का मुख्य साजिशकर्ता द्वारिका शर्मा(45) से अफेयर था। इसी विवाद में वारदात को अंजाम दिया गया था। द्वारिका शर्मा पहले प्रमोद महतो का पड़ोसी था। प्रमोद की पत्नी सोमारी देवी से संबंधों के कारण उसे रास्ते से हटाने की साजिश रची थी। उसने गजराजगंज ओपी क्षेत्र के एक व्यक्ति को हत्या के लिए चार लाख रुपए की सुपारी दी थी। इसमें एक लाख एडवांस के तौर पर दिया था। बाकी काम होने के बाद देने के लिए बोला गया था। अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी सदर एसडीपीओ वन राज कुमार साह ने बताया कि हत्या के पीछे प्रेम-प्रसंग का विवाद है। सूरज कुमार का पूर्व से भी आपराधिक इतिहास रहा है। प्रमोद महतो मूल रूप से उदवंतनगर थाना क्षेत्र के कसाप गांव के रहने वाले थे। करीब 14 साल पहले बहीरो में मकान बनाया था। बाद मकान बेचकर पियनिया में नया घर बना लिए थे। प्रमोद के बड़े पुत्र हिमांशु कुमार ने अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी राज ने विशेष जांच दल का गठन किया। टीम में इंस्पेक्टर दीपक कुमार, दारोगा धर्मेन्द्र कुमार और डीआइयू के पदाधिकारी शामिल हैं। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार दोनों आरोपियों से पूछताछ में कई अहम सुराग मिले हैं। शूटर सहित तीन अन्य फरार आरोपियों की तलाश तेज कर दी गई है। सूरज ने ब्लेड से गला रेता था 30 अक्टूबर की शाम करीब सात बजे द्वारिका ने पैसे का प्रलोभन देकर प्रमोद और उनके पुत्र प्रियांशु को गजराजगंज ओपी क्षेत्र के कारीसाथ गांव बुलाया था। वहां से दोनों को विश्वास में लेकर बेलघाट की ओर ले गया था। जहां दोनों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्या में दो अवैध हथियारों का प्रयोग किया गया था। एसडीपीओ के अनुसार, गोली मारने के बाद गिरफ्तार सूरज कुमार ने प्रमोद का गला ब्लेड से रेता था। वारदात के बाद सूरज बक्सर की ओर भागने की कोशिश कर रहा था, तभी पुलिस ने पीछा कर उसे दबोच लिया। आर्म्स एक्ट के एक मामले में जेल गया था पुलिस जांच में सामने आया कि सूरज पहले से ही आपराधिक घटनाओं में शामिल रहा है। 27 सितंबर 2025 को उसने आरा-बक्सर फोरलेन के पास कारीसाथ गांव की एक चाय दुकान पर फायरिंग की थी। इसे लेकर प्राथमिकी कराई गई थी। अनुसंधान में उसका नाम आया था। इससे पहले 26 नवंबर 2024 को वह आर्म्स एक्ट के एक मामले में जेल जा चुका है। बेटा गांव की लड़की से प्यार करता था घटना वाले दिन मृतक प्रमोद की पत्नी सोमारी देवी ने बताया था कि मेरा छोटा बेटा प्रियांशु मौर्य गांव की एक लड़की से प्यार करता था। एक जाति नहीं होने के कारण शादी करने से मना किया था। उसके बाद लड़की शादी के लिए दबाव बना रही थी। 10 दिन पहले अंजाम भुगतने की धमकी दी थी।  

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