Eye Swelling: आंखों के आसपास सूजन (Eye Swelling) होना कभी-कभी सामान्य हो सकता है, लेकिन अगर यह बार-बार हो रही है तो इसे हल्के में लेना गलती साबित हो सकती है। आंखों की सूजन का कारण सिर्फ नींद की कमी या थकान ही नहीं होता, बल्कि यह कई गंभीर बीमारियों का संकेत भी हो सकता है। मेडिकल एक्सपर्ट्स के मुताबिक, आंखों के आसपास बार-बार सूजन आना शरीर में किसी अंदरूनी परेशानी का संकेत देता है, जो समय रहते पहचानना जरूरी है।
किडनी से जुड़ी समस्या का संकेत
अगर आंखों के नीचे या आसपास हर सुबह सूजन दिखाई देती है और दिनभर में यह कम होती जाती है, तो यह किडनी से जुड़ी बीमारी का संकेत हो सकता है। जब किडनी शरीर से अतिरिक्त पानी और टॉक्सिन्स को फिल्टर नहीं कर पाती, तो शरीर में फ्लूइड रिटेंशन होता है, जिससे सूजन सबसे पहले आंखों के आसपास नजर आती है। डॉक्टर बताते हैं कि अगर आंखों की सूजन के साथ पैरों में भी सूजन दिखे, तो तुरंत नेफ्रोलॉजिस्ट से संपर्क करें।
थायराइड की बीमारी (Thyroid Disorder)
थायराइड हार्मोन में असंतुलन होने से शरीर की मेटाबॉलिक एक्टिविटी प्रभावित होती है। खासतौर पर हाइपोथायराइडिज्म (Hypothyroidism) में शरीर के ऊतकों में फ्लूइड जमा होने लगता है। इसके कारण चेहरे और आंखों के पास सूजन आने लगती है। ऐसे मरीजों में आंखें फूली हुई और थकी-थकी सी लगती हैं। अगर आंखों की सूजन के साथ वजन बढ़ना, थकान और बाल झड़ना जैसी समस्याएं हों तो थायराइड टेस्ट कराना जरूरी है।
एलर्जी या साइनस इंफेक्शन
बहुत से लोगों में आंखों के आसपास सूजन का कारण एलर्जी (Allergy) या साइनस इंफेक्शन भी होता है। धूल, परागकण, या कॉस्मेटिक्स में मौजूद केमिकल्स से एलर्जिक रिएक्शन हो सकता है, जिससे आंखों में खुजली, पानी आना और सूजन दिखाई देती है। वहीं, साइनस की सूजन नाक और आंखों के हिस्से को भी प्रभावित करती है। ऐसे में डॉक्टर एलर्जी टेस्ट या साइनस ट्रीटमेंट की सलाह देते हैं।
ज्यादा नमक और नींद की कमी
ज्यादा नमक खाने से शरीर में सोडियम की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे फ्लूइड रिटेंशन होता है। यही कारण है कि सुबह के समय आंखें सूजी हुई दिखती हैं। वहीं, नींद पूरी न होना या रातभर जागना भी ब्लड सर्कुलेशन को प्रभावित करता है और सूजन बढ़ाता है।
कब डॉक्टर से करें संपर्क?
अगर आंखों की सूजन लगातार बनी रहती है, दर्द या लालिमा के साथ है, या चेहरे के दूसरे हिस्सों में भी फैलने लगती है, तो इसे नजरअंदाज न करें। यह किडनी, थायराइड या एलर्जी जैसी बीमारियों का लक्षण हो सकता है।


