पूर्णिया में अतिक्रमणकारियों के खिलाफ प्रशासन का एक्शन जारी है। शहर को अतिक्रमण से मुक्त कराने के लिए जिला प्रशासन और नगर निगम के अधिकारी अभियान चला रहे हैं। कटिहार मोड़ और खुश्कीबाग में सड़क किनारे लगी दुकानों और टीन के अवैध निर्माण पर बुलडोजर चला। सदर एसडीओ पार्थ गुप्ता ने बताया कि अतिक्रमण के कारण शहर में हमेशा जाम की समस्या बनी रहती थी। इसे लेकर डीएम के नेतृत्व में जाम की समस्या के समाधान के लिए बैठक हुई। बैठक में निर्णय लिया गया कि पूरे शहर में सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटाया जाए, ताकि लोगों को जाम की समस्या से निजात मिल सके। इसी के तहत शहर के सड़क के दोनों ओर अतिक्रमण और खाली जमीन पर अवैध कब्जा को हटाने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। अतिक्रमण हटाओ अभियान के तहत शहर के बस स्टैंड, पॉलिटेक्निक चौक से गिरजा चौक, कटिहार मोड़, खुश्कीबाग और लाइन बाजार रोड में सरकारी जमीन पर लगे ठेले, दुकानों और अवैध निर्माण को हटाया गया है। शेड, दुकान और अवैध कब्जों को जेसीबी से तोड़कर हटाया सरकारी जमीन पर अवैध रूप से बना शेड, दुकान और अवैध कब्जों को जेसीबी से तोड़कर हटाया गया। अतिक्रमण मुक्त जमीन पर अगर दुकानदारों की ओर से सरकारी जमीन का अतिक्रमण किया जाता है तो सामान जब्त करने के साथ-साथ जुर्माना लगाया जाएगा। संबंधित थाना और यातायात पुलिस को नियमित रूप से नजर रखने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने आम लोगों से भी अपील की है कि वे एनएच की जमीन का अतिक्रमण कर ठेला, दुकान नहीं लगाए। अतिक्रमण हटने के बाद फिर से हो जाता कब्जा शहर में पहले भी कई बार जिला प्रशासन और नगर निगम की ओर से अतिक्रमण हटाया जा चुका है, लेकिन अभियान खत्म होने के एक सप्ताह के अंदर ही अतिक्रमण मुक्त सरकारी जमीन फिर से अतिक्रमित कर ली जाती है। 2 साल पहले भी पूर्णिया के तत्कालीन डीएम सुहर्ष भगत और तत्कालीन नगर आयुक्त की पहल पर पूर्णिया बस पड़ाव से लेकर मरंगा से लेकर पॉलिटेक्निक चौक, आरएनसाह चौक, गिरजा चौक, फोर्ड कंपनी, लाइन बाजार होते हुए खुश्कीबाग, गुलाबबाग तक अतिक्रमण हटाया गया था। उनके जाने के बाद सभी जगह धीरे-धीरे अतिक्रमणमुक्त सरकारी जमीन पर अस्थाई कब्जा कर लिया गया। पूर्णिया में अतिक्रमणकारियों के खिलाफ प्रशासन का एक्शन जारी है। शहर को अतिक्रमण से मुक्त कराने के लिए जिला प्रशासन और नगर निगम के अधिकारी अभियान चला रहे हैं। कटिहार मोड़ और खुश्कीबाग में सड़क किनारे लगी दुकानों और टीन के अवैध निर्माण पर बुलडोजर चला। सदर एसडीओ पार्थ गुप्ता ने बताया कि अतिक्रमण के कारण शहर में हमेशा जाम की समस्या बनी रहती थी। इसे लेकर डीएम के नेतृत्व में जाम की समस्या के समाधान के लिए बैठक हुई। बैठक में निर्णय लिया गया कि पूरे शहर में सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटाया जाए, ताकि लोगों को जाम की समस्या से निजात मिल सके। इसी के तहत शहर के सड़क के दोनों ओर अतिक्रमण और खाली जमीन पर अवैध कब्जा को हटाने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। अतिक्रमण हटाओ अभियान के तहत शहर के बस स्टैंड, पॉलिटेक्निक चौक से गिरजा चौक, कटिहार मोड़, खुश्कीबाग और लाइन बाजार रोड में सरकारी जमीन पर लगे ठेले, दुकानों और अवैध निर्माण को हटाया गया है। शेड, दुकान और अवैध कब्जों को जेसीबी से तोड़कर हटाया सरकारी जमीन पर अवैध रूप से बना शेड, दुकान और अवैध कब्जों को जेसीबी से तोड़कर हटाया गया। अतिक्रमण मुक्त जमीन पर अगर दुकानदारों की ओर से सरकारी जमीन का अतिक्रमण किया जाता है तो सामान जब्त करने के साथ-साथ जुर्माना लगाया जाएगा। संबंधित थाना और यातायात पुलिस को नियमित रूप से नजर रखने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने आम लोगों से भी अपील की है कि वे एनएच की जमीन का अतिक्रमण कर ठेला, दुकान नहीं लगाए। अतिक्रमण हटने के बाद फिर से हो जाता कब्जा शहर में पहले भी कई बार जिला प्रशासन और नगर निगम की ओर से अतिक्रमण हटाया जा चुका है, लेकिन अभियान खत्म होने के एक सप्ताह के अंदर ही अतिक्रमण मुक्त सरकारी जमीन फिर से अतिक्रमित कर ली जाती है। 2 साल पहले भी पूर्णिया के तत्कालीन डीएम सुहर्ष भगत और तत्कालीन नगर आयुक्त की पहल पर पूर्णिया बस पड़ाव से लेकर मरंगा से लेकर पॉलिटेक्निक चौक, आरएनसाह चौक, गिरजा चौक, फोर्ड कंपनी, लाइन बाजार होते हुए खुश्कीबाग, गुलाबबाग तक अतिक्रमण हटाया गया था। उनके जाने के बाद सभी जगह धीरे-धीरे अतिक्रमणमुक्त सरकारी जमीन पर अस्थाई कब्जा कर लिया गया।


