जमुई में शनिवार को नीमारंग वार्ड नंबर-28 से 8 साल की बच्ची अचानक लापता हो गई। बच्ची के घर से गायब होने के बाद परिवार में हड़कंप मच गया। मोहल्ले के हर गली-कूचे में तलाश की गई, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिला। इसी बीच बच्ची भटकते हुए ग्रामीण कार्य विभाग कार्यालय पहुंच गई। वहां कार्यपालक अभियंता अरविंद कुमार और कर्मचारियों ने बच्ची को देखा और संवेदनशीलता दिखाते हुए तुरंत उससे पूछताछ शुरू की। घबराई बच्ची से नाम-पता पूछने की कोशिश की गई, पर वह कुछ बोल नहीं पा रही थी। बाज में उसने अपना नाम अदीका इरफान बताया। डायल 112 को सूचना, पुलिस ने तुरंत की कार्रवाई कार्यपालक अभियंता के निर्देश पर डायल 112 को सूचना दी गई। पुलिस टीम तुरंत मौके पर पहुंची और बच्ची को जमुई थाना ले गई। थाना में पुलिस ने बच्ची की पहचान कर पिता मोहम्मद इरफान अंसारी से संपर्क किया। सूचना मिलते ही पिता भागे-भागे थाने पहुंचे, वहां बेटी को देखकर उनकी आंखें भर आईं। अदीका भी पिता को देखकर मुस्कुरा उठी। थाना परिसर में खेलती दिखी थाना परिसर में बच्ची को तिरंगा झंडा लेकर खेलते देखा गया, जिससे माहौल भावुक और खुशनुमा हो गया। स्थानीय लोगों ने पुलिस की तत्परता और संवेदनशीलता की प्रशंसा की। महज चार घंटे के भीतर बच्ची को परिजनों से मिला दिया गया। इसके लिए परिजनों ने पुलिस का धन्यवाद जताया। जमुई में शनिवार को नीमारंग वार्ड नंबर-28 से 8 साल की बच्ची अचानक लापता हो गई। बच्ची के घर से गायब होने के बाद परिवार में हड़कंप मच गया। मोहल्ले के हर गली-कूचे में तलाश की गई, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिला। इसी बीच बच्ची भटकते हुए ग्रामीण कार्य विभाग कार्यालय पहुंच गई। वहां कार्यपालक अभियंता अरविंद कुमार और कर्मचारियों ने बच्ची को देखा और संवेदनशीलता दिखाते हुए तुरंत उससे पूछताछ शुरू की। घबराई बच्ची से नाम-पता पूछने की कोशिश की गई, पर वह कुछ बोल नहीं पा रही थी। बाज में उसने अपना नाम अदीका इरफान बताया। डायल 112 को सूचना, पुलिस ने तुरंत की कार्रवाई कार्यपालक अभियंता के निर्देश पर डायल 112 को सूचना दी गई। पुलिस टीम तुरंत मौके पर पहुंची और बच्ची को जमुई थाना ले गई। थाना में पुलिस ने बच्ची की पहचान कर पिता मोहम्मद इरफान अंसारी से संपर्क किया। सूचना मिलते ही पिता भागे-भागे थाने पहुंचे, वहां बेटी को देखकर उनकी आंखें भर आईं। अदीका भी पिता को देखकर मुस्कुरा उठी। थाना परिसर में खेलती दिखी थाना परिसर में बच्ची को तिरंगा झंडा लेकर खेलते देखा गया, जिससे माहौल भावुक और खुशनुमा हो गया। स्थानीय लोगों ने पुलिस की तत्परता और संवेदनशीलता की प्रशंसा की। महज चार घंटे के भीतर बच्ची को परिजनों से मिला दिया गया। इसके लिए परिजनों ने पुलिस का धन्यवाद जताया।
No tags for this post.