जालौन जनपद में तूफान मोंथा का प्रभाव स्पष्ट रूप से देखा गया। सुबह से ही आसमान में काले बादल छाए रहे और तेज हवाओं के साथ रुक-रुक कर बारिश होती रही। इस अचानक मौसम बदलाव से पूरे जिले में ठंडक बढ़ गई और तापमान में 3 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की गई। दिनभर सूरज की झलक तक नहीं मिली, जिससे सर्दी जैसा माहौल बन गया। बारिश के कारण सड़कों पर जलभराव की स्थिति बनी रही। शहर के बाजारों में भी सन्नाटा पसरा रहा, क्योंकि लोग तेज हवा और बारिश के चलते घरों में ही रहे। 3 तस्वीरें देखिए… तूफान का सबसे अधिक असर किसानों पर पड़ा है। खेतों में खड़ी धान की फसल को भारी नुकसान पहुंचा है। तेज हवाओं और बारिश से मसूर, मटर और सरसों की फसलें भी बुरी तरह प्रभावित हुई हैं, कई जगह खेतों में पानी भर गया है। किसानों ने चिंता व्यक्त की है कि यदि अगले कुछ दिनों तक मौसम ऐसा ही रहा तो फसलों को भारी नुकसान तय है। वहीं, कृषि विभाग ने भी हालात पर नजर बनाए रखी है और नुकसान का आकलन करने के लिए टीमें गठित की जा रही हैं। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों तक तेज हवाओं और हल्की से मध्यम बारिश का अलर्ट जारी किया है। इस अचानक बदले मौसम ने जहां लोगों को ठंडक का एहसास कराया है, वहीं किसानों की चिंता बढ़ा दी है।


