राजस्थान में आज भी कई जिलों में हल्की बारिश की संभावना है। जयपुर में मंगलवार सुबह से घने बादल छाए हुए हैं और कई इलाकों में बूंदाबांदी भी हुई है। सोमवार को भी जोधपुर, उदयपुर, अजमेर और कोटा के कई जिलों में मौसम में बदलने के साथ बारिश भी हुई। यहां दिन में सर्दी बढ़ गई। वहीं, जयपुर, बीकानेर, भरतपुर संभाग के जिलों में मौसम साफ रहा। दिन में धूप रहने से अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी, जबकि रात के न्यूनतम तापमान गिरावट दर्ज हुई। वहीं, बाड़मेर जिला मुख्यालय से कुछ दूरी पर स्थित बालेरा में सोमवार को तेज बारिश हुई। मौसम विशेषज्ञों ने राज्य में मंगलवार को भी इस सिस्टम का आंशिक असर रहने और उदयपुर, कोटा, जयपुर संभाग में हल्के बादल छाए रहने की संभावना जताई है। सोमवार को कहां-कहां हुई बारिश? पिछले 24 घंटे के दौरान जालौर में 12MM, उदयपुर के लसाड़िया में 10MM, सलूंबर में 5, झालड़ा में 3, बाड़मेर के बायतू, गिद्दा में 6-6, पाटौदी में 13, चित्तौड़गढ़ में 2, डूंगरपुर में 1MM बरसात दर्ज हुई। इनके अलावा पाली, जोधपुर, जैसलमेर के कुछ इलाकों में भी देर शाम और रात को हल्की बारिश दर्ज हुई। इधर जयपुर, पिलानी, अलवर, टोंक, सीकर, दौसा, झुंझुनूं, चूरू में सोमवार दिनभर आसमान साफ रहा और तेज धूप रही। इन शहरों में सोमवार दिन के तापमान में 1 से 2 डिग्री तक की बढ़ोतरी दर्ज हुई। सबसे अधिक तापमान बाड़मेर में 35.4, पिलानी में 35.3 और जैसलमेर, चूरू में 35.2-35.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। रात का पारा गिरने से सर्दी बढ़ी बीकानेर, जयपुर, भरतपुर संभाग के जिलों में सोमवार को न्यूनतम तापमान गिरने से सर्दी बढ़ गई। सबसे ज्यादा सर्दी सीकर और नागौर में रही, जहां तापमान 12 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज हुआ। सीकर में न्यूनतम तापमान में 11.5, नागौर में 11.8, अजमेर में 13.2, अलवर में 14, चूरू में 14.1, करौली में 14.4, झुंझुनूं में 14.5, दौसा में 15, बारां में 15.4, जोधपुर में 16, गंगानगर में 16.4, सिरोही में 16.6 और जयपुर में 17.2 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान दर्ज हुआ। अब आगे क्या? मौसम केन्द्र जयपुर ने राज्य में 4 नवंबर यानी कोटा, उदयपुर, अजमेर और जयपुर संभाग के एरिया में आसमान में हल्के बादल छाए रहने और कहीं-कहीं हल्की बारिश या बूंदाबांदी होने की संभावना जताई है। जबकि शेष राजस्थान में मौसम साफ रहेगा। 5 नवंबर से प्रदेश में इस सिस्टम का असर पूरी तरह समाप्त होगा और आसमान साफ होने के साथ न्यूनतम तापमान में गिरावट होगी। इससे सुबह-शाम की सर्दी में इजाफा होगा।


