जमुई के उत्क्रमित मध्य विद्यालय मगही में ताला जड़ा:शिक्षकों की कमी से नाराज छात्रों और अभिभावकों, DEO को मौके पर बुलाने की मांग

जमुई के उत्क्रमित मध्य विद्यालय मगही में ताला जड़ा:शिक्षकों की कमी से नाराज छात्रों और अभिभावकों, DEO को मौके पर बुलाने की मांग

जमुई जिले के उत्क्रमित मध्य विद्यालय मगही में शिक्षकों की भारी कमी और प्रशासनिक अनदेखी से नाराज़ छात्रों और अभिभावकों ने शुक्रवार दोपहर करीब 3 बजे स्कूल के मुख्य द्वार और सभी कक्षाओं में ताला जड़ दिया। स्कूल में 700 छात्र नामांकित हैं, लेकिन पढ़ाने के लिए केवल 5 शिक्षक हैं, जिनमें से अधिकतर या तो अनुपस्थित रहते हैं या प्रशासनिक कार्यों में व्यस्त रहते हैं। 700 छात्रों पर एक शिक्षक, शिक्षा का संकट गहराया अभिभावकों ने बताया कि एक शिक्षक बीमार रहते हैं, दो शिक्षक बीएलओ ड्यूटी में मतदाता सूची पुनरीक्षण में लगे हैं, जबकि एक प्रभारी शिक्षक प्रशासनिक कामों के लिए प्रखंड और जिला कार्यालय के चक्कर लगाते रहते हैं। ऐसे में केवल एक शिक्षक के भरोसे पूरी स्कूल की पढ़ाई चल रही है। महादलित समुदाय के बच्चे भी हो रहे हैं प्रभावित स्कूल के आसपास के इलाके में महादलित समुदाय के सैकड़ों बच्चे प्रतिदिन स्कूल आते हैं, लेकिन वहां एक भी टोला सेवक नियुक्त नहीं है। छात्रों ने बताया कि सरकार एक ओर शिक्षा को अनिवार्य बना रही है, वहीं दूसरी ओर सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की भारी कमी बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। प्रभारी प्रधानाध्यापक पर कार्रवाई से भड़के ग्रामीण स्कूल में ताला बंद करने वाले अभिभावकों और छात्रों ने मध्याह्न भोजन योजना के तहत प्रभारी प्रधानाध्यापक पर लगाए गए आरोपों को भी वापस लेने की मांग की है। उनका कहना है कि प्रधानाध्यापक द्वारा नियमित और ईमानदारी से एमडीएम संचालन के बावजूद विभाग द्वारा 3 लाख रुपए की रिकवरी का नोटिस जारी किया गया है। “मानसिक-आर्थिक शोषण हो रहा” लोगों का आरोप है कि MDM डीपीओ द्वारा की जा रही जबरन रिकवरी से स्कूल के एचएम का मानसिक और आर्थिक शोषण हो रहा है। जब तक यह शोषण बंद नहीं होगा, स्कूल में ताला बंद रहेगा। लोगों ने शिक्षा विभाग के जिला शिक्षा पदाधिकारी (DEO) को मौके पर बुलाकर व्यवस्था देखने और सुधार की मांग की है। अभिभावकों में कपिल यादव, गौतम यादव, रमेश यादव, कुलदीप यादव, लक्ष्मी ठाकुर, राजेश दास, मनोज मांझी, सनोज दास, रंजीत दास और ईश्वर यादव का नाम शामिल है, जिन्होंने मिलकर इस आंदोलन को अंजाम दिया। जमुई जिले के उत्क्रमित मध्य विद्यालय मगही में शिक्षकों की भारी कमी और प्रशासनिक अनदेखी से नाराज़ छात्रों और अभिभावकों ने शुक्रवार दोपहर करीब 3 बजे स्कूल के मुख्य द्वार और सभी कक्षाओं में ताला जड़ दिया। स्कूल में 700 छात्र नामांकित हैं, लेकिन पढ़ाने के लिए केवल 5 शिक्षक हैं, जिनमें से अधिकतर या तो अनुपस्थित रहते हैं या प्रशासनिक कार्यों में व्यस्त रहते हैं। 700 छात्रों पर एक शिक्षक, शिक्षा का संकट गहराया अभिभावकों ने बताया कि एक शिक्षक बीमार रहते हैं, दो शिक्षक बीएलओ ड्यूटी में मतदाता सूची पुनरीक्षण में लगे हैं, जबकि एक प्रभारी शिक्षक प्रशासनिक कामों के लिए प्रखंड और जिला कार्यालय के चक्कर लगाते रहते हैं। ऐसे में केवल एक शिक्षक के भरोसे पूरी स्कूल की पढ़ाई चल रही है। महादलित समुदाय के बच्चे भी हो रहे हैं प्रभावित स्कूल के आसपास के इलाके में महादलित समुदाय के सैकड़ों बच्चे प्रतिदिन स्कूल आते हैं, लेकिन वहां एक भी टोला सेवक नियुक्त नहीं है। छात्रों ने बताया कि सरकार एक ओर शिक्षा को अनिवार्य बना रही है, वहीं दूसरी ओर सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की भारी कमी बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। प्रभारी प्रधानाध्यापक पर कार्रवाई से भड़के ग्रामीण स्कूल में ताला बंद करने वाले अभिभावकों और छात्रों ने मध्याह्न भोजन योजना के तहत प्रभारी प्रधानाध्यापक पर लगाए गए आरोपों को भी वापस लेने की मांग की है। उनका कहना है कि प्रधानाध्यापक द्वारा नियमित और ईमानदारी से एमडीएम संचालन के बावजूद विभाग द्वारा 3 लाख रुपए की रिकवरी का नोटिस जारी किया गया है। “मानसिक-आर्थिक शोषण हो रहा” लोगों का आरोप है कि MDM डीपीओ द्वारा की जा रही जबरन रिकवरी से स्कूल के एचएम का मानसिक और आर्थिक शोषण हो रहा है। जब तक यह शोषण बंद नहीं होगा, स्कूल में ताला बंद रहेगा। लोगों ने शिक्षा विभाग के जिला शिक्षा पदाधिकारी (DEO) को मौके पर बुलाकर व्यवस्था देखने और सुधार की मांग की है। अभिभावकों में कपिल यादव, गौतम यादव, रमेश यादव, कुलदीप यादव, लक्ष्मी ठाकुर, राजेश दास, मनोज मांझी, सनोज दास, रंजीत दास और ईश्वर यादव का नाम शामिल है, जिन्होंने मिलकर इस आंदोलन को अंजाम दिया।  

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