रायबरेली के जिला अस्पताल में भर्ती एक युवक की 10 दिन बाद मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि अस्पताल प्रशासन ने उन्हें समय पर सूचना नहीं दी, जिसके कारण युवक को बेहतर इलाज नहीं मिल पाया। महराजगंज के चंदापुर थाना क्षेत्र के मऊ गर्वी निवासी शुभम (पुत्र स्व. मनोज) दो साल पहले पैसे कमाने दिल्ली गया था। वह अपने तीन भाइयों में सबसे बड़ा था। उसे 19 अक्टूबर को एम्बुलेंस द्वारा जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बुधवार को चंदापुर पुलिस ने शुभम की मां मनोरमा को बेटे की मौत की सूचना दी। परिजनों के जिला अस्पताल पहुंचने पर उन्हें पता चला कि शुभम 10 दिन से अस्पताल में भर्ती था और बुधवार को उसकी मौत हो गई। मृतक की मां मनोरमा ने सीएमओ को शिकायती पत्र देकर जिला अस्पताल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि अस्पताल को बेटे के भर्ती होने की जानकारी थी, फिर भी उन्हें समय पर सूचित नहीं किया गया, जो घोर लापरवाही है। मनोरमा और अन्य परिजनों का कहना है कि यदि उन्हें समय पर सूचना मिल जाती तो वे शुभम को बेहतर इलाज और देखभाल दिला सकते थे, जिससे उसकी जान बच सकती थी। उन्होंने मामले में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। इस संबंध में सीएमओ डॉ. नवीनचंद्रा ने बताया कि मिली शिकायत के आधार पर जांच की जाएगी और संबंधित के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।


