यूजीसी से शिकायत पर छात्र से बोले डीन तुम पिटोगे:CSA में छात्र के साथ हुई मारपीट व रैगिंग, शिकायत जबरन वापस कराई

चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (सीएसए) में बीएससी फारेस्ट्री प्रथम वर्ष के छात्र से रैगिंग और मारपीट का मामला सामने आया है। पीड़ित छात्र ने डीन स्टूडेंट वेलफेयर (डीएसडब्ल्यू) डॉ मुनीश गंगवार व डीन फॉरेस्ट्री डॉ कौशल पर गंभीर आरोप लगाए हैं। छात्र का कहना है कि उसकी शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं हुई साथ ही यूजीसी को दी गई शिकायत को जबरन वापस कराया गया। पीड़ित छात्र ने दैनिक भास्कर न्यूज एप से बातचीत व एक वीडियो जारी करके अपनी आपबीती बताई है। यूजीसी में कंप्लेन अब लगाएंगे पेनाल्टी पीड़ित छात्र ने बताया कि डीएसडब्ल्यू ने कहा कि तुमने यूजीसी में कंप्लेंट क्यों की। तुम्हारा वहीं से सब काम हो जाए तो वहीं जाओ। हम तुम्हारे ऊपर पेनाल्टी लगाएंगे, तुमने यूनिवर्सिटी का नाम खराब किया है। कहा‌ की कंप्लेंट वापस ले लो नहीं तो तुमको अफसरों के सामने नचायेंगे। सीनियर कर रहे थे पथराव कन्नौज निवासी पीड़ित छात्र ने बताया कि 5 नवंबर को वह कर्पूरी ठाकुर छात्रावास से रात में खाने के लिए मेस जा रहा था। वह लाइन में सबसे आगे था तभी कुछ सीनियर छात्र तिलक छात्रावास में पथराव करने लगे। वह लोग वापस छात्रावास के अंदर आ गए। कुछ देर बाद जब बाहर निकले तो सीनियर छात्रों में से निखिल सिंह व एक अन्य ने मेरे साथ मारपीट की। डीएसडब्ल्यू वीडियो काल पर थे, पड़ गया थप्पड़ पीड़ित छात्र ने बताया कि छात्रों द्वारा हंगामा करने पर उसने डीएसडब्ल्यू को वीडियो कॉल की। उन्होंने वीडियो कॉल रिसीव की और वह वीडियो देख रहे थे तभी छात्र ने आकर उसको थप्पड़ मार दिया। वीडियो में हंगामा देखने के बाद भी आरोपी छात्रों पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। भड़क गए डीन घटना से आहत होकर पीड़ित छात्र‌ ने डीएसडब्ल्यू से लिखित शिकायत की व यूजीसी के एंटी रैगिंग पोर्टल पर ऑनलाइन कंप्लेंट दर्ज की। आरोप है कि इसके बाद डीएसडब्ल्यू और डीन फॉरेस्ट्री भड़क गए। डीन बोले वहां भी पीटे हो यहां भी पीटोगे
मामले में सुनवाई के लिए उसे 11 नवंबर को ऑफिस बुलाया गया, जहां पर डीन फॉरेस्ट्री और डीएसडब्ल्यू मौजूद थे। पीड़ित छात्र ने बताया कि दोनों अधिकारियों ने उससे कहा कि तुम वहां भी पीटे हो और यहां भी पीटोगे। साथ ही कहा कि तुम जिन सीनियर छात्रों पर मारपीट का आरोप लगा रहे हो, उनको हम प्रूफ कर देंगे कि वह लोग उस समय वहां पर नहीं थे। बाहर निकलने पर मनाही
छात्र का कहना है कि विश्वविद्यालय परिसर में सीनियरों का आतंक इस कदर व्याप्त है कि प्रोफेसर भी उससे परिचित है। बताया कि फ्रेशर पार्टी से पहले उनको हॉस्टल से क्लास जाने के लिए गार्ड या टीचर की मौजूदगी में आना जाना पड़ता है। इसके अलावा हॉस्टल से बाहर आने पर मनाही है। होगी जांच मामले में मंडलायुक्त व सीएसए के कार्यवाहक वीसी के. विजयेंद्र पंडियन ने बताया मामला आपके द्वारा संज्ञान द्वारा में आया है। जांच करवाकर कार्रवाई की जाएगी।

​ 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *