सीटी स्कैन व एमआरआई मशीन लग रहीं, कैंसर व हार्ट का इलाज भी बीएमसी में शुरू होगा

सीटी स्कैन व एमआरआई मशीन लग रहीं, कैंसर व हार्ट का इलाज भी बीएमसी में शुरू होगा

मेडिकल कॉलेज बैठक के लिए पहुंचे उपमुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र शुक्ल से साक्षात्कार

सागर. बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज की व्यवस्थाओं और सुविधाओं की समीक्षा बैठक लेने पहुंचे उपमुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र शुक्ल से पत्रिका ने साक्षात्कार किया। क्षेत्र की स्वास्थ्य व्यवस्थाओं पर सवाल किए गए तो मंत्री राजेंद्र शुक्ल ने कहा कि मरीजों की सुविधा के लिए हम लगातार प्रयास कर रहे हैं। सीटी स्कैन व एमआरआई जैसी महंगी जांचें बीएमसी में हो सकें इसके लिए मशीनें आ चुकीं हैं जो लगाई जा रहीं हैं। यह जांचें जल्द शुरू हो जाएंगी। वहीं कैंसर, हार्ट, ब्रेन और अन्य सुविधाओं के लिए वह लगातार प्रयास कर रहे हैं। आने वाले समय में बीएमसी में गंभीर बीमारी से जूझ रहे मरीजों का भी इलाज संभव हो सकेग।

सवाल: क्षेत्र में 108 एम्बुलेंस संचालन में लापरवाही के मामले सामने आ रहे हैं, कभी सवारियां तो कभी खीचला-पापड़ भरे मिलते हैं, क्या कदम उठाए जाते हैं?
जवाब: जिस कार्य को लेकर जिम्मेदारी दी गई है, यदि वह उससे हटकर कार्य करता है तो अर्थदंड व एजेंसी को ब्लैक लिस्टेड करने के प्रावधान हैं। लगातार निगरानी होती है, यदि ऐसा कोई मामला सामने आया है तो उसकी डिटेल मंगाता हूं।

सवाल: कैंसर अस्पताल सहित अन्य सुपरस्पेशलिटी की घोषणाएं मंच से होती रहीं लेकिन आज तक सुविधाएं नहीं मिलीं, क्षेत्र के मरीजों को कब राहत मिलेगी?
जवाब: बीएमसी में सीटी स्कैन, एमआरआई की सुविधा जल्द शुरू कर रहे हैं, हमारी कोशिश है कि आने वाले समय में यहां हार्ट, ब्रेन सहित कैंसर को समुचित इलाज हो सके।

सवाल: बीएमसी में हर दिन 25-30 यूनिट ब्लड की जरूरत होती है, लेकिन यहां मेडिकल कॉलेज का अपना ब्लड बैंक नहीं है, क्या कभी इस पर विचार किया गया?
जवाब: अभी मेडिकल कॉलेज के लिए जिला अस्पताल की ब्लड बैंक का अटैच किया गया था, लेकिन अभी पता चला है कि बीएमसी प्रबंधन ने अलग से ब्लड बैंक का प्रस्ताव बनाया है, प्रस्ताव पर विचार किया जाएगा।

सवाल: मेडिकल कॉलेज में टीचिंग, ट्रेनिंग और ट्रीटमेंट व्यवस्था से आप कितने संतुष्ट हैं?
जवाब: बहुत अच्छी तरह से अस्पताल परफार्म कर रहा है, एकेडमिक लेवल भी अच्छा है, सागर के यूजी-पीजी में टॉप करने वाले हमारे सागर मेडिकल कॉलेज के रहे हैं। डीन व फैकल्टी को बधाई देता हूं कि उन्होंने जिम्मेदारी से कार्य किया है।

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