खैरागढ़ जिले में बे-मौसम बारिश से फसलों को भारी नुकसान हुआ है। 4 नवंबर को इसके विरोध में सैकड़ों गांवों से हजारों किसान धान की बालियां लेकर खैरागढ़ जिला मुख्यालय पहुंचे। किसानों ने कलेक्ट्रेट कार्यालय के सामने जोरदार प्रदर्शन किया और तुरंत मुआवजा व बीमा राशि की मांग की। लगभग एक घंटे तक चले इस विरोध प्रदर्शन के कारण मुख्य मार्ग पर जाम की स्थिति बनी रही। किसानों ने बताया कि हाल की बे-मौसम बारिश ने उनकी मेहनत पर पानी फेर दिया है। जिन खेतों की फसल कट चुकी थी, वे पूरी तरह सड़ गईं, जबकि खड़ी फसलें गिरकर खराब हो गईं। कलेक्टर ने 3 दिन के अंदर नुकसान का सर्वे कराने की बात कही है। नुकसान का आकलन कर मुआवजे की मांग प्रदर्शनकारी किसानों का कहना था कि उनकी फसलें अब न तो बेचने लायक बची हैं और न ही खाने लायक। उन्होंने प्रशासन से मांग की कि खेतों में जाकर नुकसान का सही आकलन किया जाए और तुरंत मुआवजा व बीमा राशि प्रदान की जाए। किसानों ने खाद की कमी और कर्ज में डूबे होने की बात भी कही। उन्होंने जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपते हुए चेतावनी दी कि यदि जल्द ही सर्वे और मुआवजा नहीं मिला तो आंदोलन को और उग्र किया जाएगा। 3 दिनों के अंदर सर्वे कराने का आश्वासन किसानों की मांगों पर डिप्टी कलेक्टर अविनाश ठाकुर ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने आश्वस्त किया कि बे-मौसम बारिश से खराब हुई फसलों का सर्वे तीन दिनों के अंदर करवा लिया जाएगा और शासन के नियमानुसार क्षतिपूर्ति का भुगतान किया जाएगा। बता दें कि विधायक यशोदा वर्मा के नेतृत्व में किसानों ने यह प्रदर्शन किया था।


