कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) की बुधवार को दिल्ली में बैठक हुई। इसमें ऑपरेशन सिंदूर पर पार्टी के कुछ नेताओं, जिनमें शशि थरूर भी शामिल हैं। उनके दिए बयानों पर चर्चा की गई। साथ ही केंद्र सरकार पर ऑपरेशन सिंदूर के राजनीतिकरण का आरोप लगाया। ANI के मुताबिक बैठक में कहा गया कि, ‘यह व्यक्तिगत विचार व्यक्त करने का समय नहीं है, बल्कि पार्टी के आधिकारिक रुख को स्पष्ट करने का समय है। हम एक लोकतांत्रिक पार्टी हैं, और लोग अपनी राय व्यक्त करते रहते हैं, लेकिन इस बार थरूर ने लक्ष्मण रेखा पार कर ली है। एक सीनियर लीडर ने किसी का नाम लिए बिन कहा कि कुछ नेता अलग-अलग बयान दे रहे हैं, आलाकमान को इसमें हस्तक्षेप करना चाहिए। बैठक में कहा गया कि ऑपरेशन सिंदूर देश के डिफेंस फोर्स ने किया है, इसलिए कोई भी राजनीतिक दल इस पर अपना विशेष दावा नहीं कर सकता, जैसा कि भाजपा कर रही है। CWC ने अपने प्रस्ताव में कहा- राष्ट्र दुख और संकल्प में एकजुट है। भारतीय सशस्त्र बलों ने समय-समय पर हमारे राष्ट्र की संप्रभुता और अखंडता की रक्षा करते हुए वीरता के साथ आगे आकर काम किया है। दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय पर हुई बैठक में राहुल गांधी, केसी वेणुगोपाल, प्रियंका गांधी और CWC के दूसरे मेंबर और नेता मौजूद रहे। 8 मई को शशि थरूर ने केंद्र सरकार की तारीफ की थी 8 मई को ऑपरेशन सिंदूर थरूर ने भारत सरकार की ओर से ऑपरेशन सिंदूर पर की गई प्रेस ब्रीफिंग को पाकिस्तान और दुनिया के लिए मजबूत संदेश बताया था। उन्होंने कहा था कि ब्रीफिंग में विदेश सचिव विक्रांत मिसरी, कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह की मौजूदगी ने साबित कर दिया कि यह लड़ाई हिंदू-मुस्लिम नहीं, बल्कि आतंक के खिलाफ भारत की एकता है। थरूर ने कहा था कि हम युद्ध नहीं चाहते, लेकिन अगर पाकिस्तान उकसाएगा तो भारत तैयार है। रात 1 बजे के बाद ही स्ट्राइक की गई ताकि नागरिकों को नुकसान न हो। टारगेट सिर्फ आतंकी अड्डे थे, न कि पाक सेना या सरकारी संस्थान। भारत ने 26 बेकसूर नागरिकों की मौत का बदला लेने के लिए सटीक कार्रवाई की। थरूर ने पाकिस्तान के बाद भारत को मिल रहे समर्थन को लेकर कहा था कि बताया कि फ्रांस, रूस और इजराइल ने भारत के आत्मरक्षा के अधिकार का समर्थन किया है, जबकि चीन ने भी संयम और बातचीत की सलाह दी है। CWC के प्रस्ताव में कही गई बातें… कांग्रेस का सवाल- सीजफायर में अमेरिका का क्या रोल बुधवार को कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा था कि पिछले कुछ दिनों से कांग्रेस पार्टी पूछ रही है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम की घोषणा क्यों की? ऐसा पहली बार हो रहा है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी इस पर कुछ नहीं बोलते हैं। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो कहते हैं कि अमेरिका की भूमिका इतनी महत्वपूर्ण थी कि उनकी वजह से ही यह युद्ध रुका। उन्होंने कहा था कि विदेश मंत्री डॉ. जयशंकर इसका जवाब भी नहीं देते हैं। हम लगातार पूछ रहे हैं कि पीएम मोदी और विदेश मंत्री इस बात का जवाब क्यों नहीं दे रहे हैं कि अमेरिका की भूमिका क्या है? रमेश ने कहा कि कश्मीर पर चर्चा सिर्फ भारतीय संसद में ही हो सकती है। इस पर मध्यस्थता करने का अधिकार किसी को नहीं। हम अपनी सेना के साथ चट्टान की तरह खड़े हैं। हम आतंकवाद के खिलाफ और पाकिस्तान के खिलाफ जो कार्रवाई की जा रही है उसका पूरा समर्थन कर रहे हैं। पूरी खबर पढ़ें… ……………………….. कांग्रेस से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… ट्रम्प के कश्मीर पर बयान से पाकिस्तान खुश: अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा था- हजार साल पुराना मुद्दा सुलझाने की कोशिश करूंगा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के कश्मीर पर दिए बयान से पाकिस्तान ने खुशी जताई है। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने ट्वीट कर कहा कि दक्षिण एशिया में शांति के लिए कश्मीर मुद्दा सुलझना जरूरी है। वह ट्रम्प की इस बयान की सराहना करते हैं। दरअसल, ट्रम्प ने रविवार सुबह कहा कि वे भारत और पाकिस्तान के साथ मिलकर कश्मीर के मुद्दे का हजार साल बाद हल निकालने की कोशिश करेंगे। पूरी खबर पढ़ें…
No tags for this post.कांग्रेस बोली- शशि थरूर ने लक्ष्मण रेखा पार कर दी:केंद्र ऑपरेशन सिंदूर का राजनीतिकरण कर रही; सांसद ने केंद्र सरकार की तारीफ की थी
