कानपुर देहात में मौसम का मिजाज एक बार फिर भड़क गया है। सुबह से लेकर शाम तक घनघोर बादल आसमान पर डेरा डाले हुए हैं। कहीं रात में तो कहीं दिन में हल्की बूंदाबांदी जारी है। इससे तापमान में गिरावट दर्ज की गई है और हल्की सर्दी का असर पूरे दिन महसूस किया जा रहा है। लगातार बूंदाबांदी से किसानों की चिंता बढ़ गई है। जिन किसानों की धान, बाजरा और जुंडी की फसलें अभी तक खेतों में खड़ी हैं या काटकर सुखाई जा रही हैं, वे मौसम के तेवर देखकर दिन-रात खेतों में जुटे हुए हैं। वहीं जिन किसानों ने अपनी फसलें घरों में सुरक्षित कर ली हैं, वे अब अगली फसलों — लाही, तोरिया, आलू और मटर की बुआई में देरी को लेकर परेशान हैं। बीज के अंकुरण पर संकट का डर कई किसानों ने हाल ही में नई फसलों की बुआई कर दी थी। अब उन्हें चिंता है कि अगर बूंदाबांदी यूं ही जारी रही तो खेतों में नमी ज्यादा बढ़ने से बीज गल या सड़ सकता है। किसानों का कहना है कि मौसम खुला रहा तो बीज आसानी से अंकुरित होंगे, लेकिन अगर बारिश बढ़ी तो फसल पर असर पड़ सकता है।
सुहाने मौसम के बीच बढ़ी सर्दी का एहसास बूंदाबांदी और बादलों की वजह से दिनभर धूप न निकलने से ठंड का असर भी बढ़ गया है। सुबह और शाम को हल्की सर्दी के साथ हवा में नमी बनी हुई है। मौसम विभाग के मुताबिक, अगले कुछ दिनों तक इसी तरह का बादलभरा और ठंडा मौसम रहने की संभावना है।


