सिप्ला को वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही में 1,222 करोड़ रुपए का शुद्ध मुनाफा (कॉन्सोलिडेटेड नेट प्रॉफिट) हुआ है। सालाना आधार पर यह 30% बढ़ा है। एक साल पहले की समान तिमाही में कंपनी का मुनाफा 939 करोड़ रुपए था। जनवरी-मार्च तिमाही में ऑपरेशन से कंपनी का रेवेन्यू 6,598 करोड़ रुपए रहा। एक साल पहले की समान तिमाही में सिप्ला ने 6,082 करोड़ रुपए का रेवेन्यू जनरेट किया था। सालाना आधार पर यह 8.48% बढ़ा है। वस्तुओं और सेवाओं को बेचने से मिली राशि को रेवेन्यू या राजस्व कहा जाता है। सिप्ला ने आज मंगलवार (13 मई) को जनवरी-मार्च तिमाही और सालाना नतीजे जारी किए हैं। नतीजों में आम आदमी के लिए क्या? सिप्ला ने वित्त-वर्ष 2024-25 के लिए हर शेयर पर 13 रुपए फाइनल डिविडेंड यानी लाभांश देने का ऐलान किया है। कंपनियां अपने मुनाफे का कुछ हिस्सा अपने शेयरहोल्डर्स को देती हैं, इसे डिविडेंड या लाभांश कहा जाता है। क्या कंपनी के नतीजे उम्मीद से अच्छे हैं? बाजार के जानकारों को उम्मीद थी कि वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही में सिप्ला का मुनाफा करीब 1,023 करोड़ रुपए होगा। इस हिसाब से देखा जाए तो कंपनी ने मार्केट विश्लेषकों की उम्मीद से बेहतर परफॉर्म किया है। इस साल में अब तक शेयर का परफॉर्मेंस कैसा रहा? सिप्ला का शेयर आज 0.42% की तेजी के साथ 1,518 रुपए के स्तर पर कारोबार कर रहा है। कंपनी का शेयर एक महीने में 2.5% और 6 महीने में 1% चढ़ा है। एक साल में कंपनी का शेयर 7% चढ़ा है। सिप्ला का मार्केट कैप 1.22 लाख करोड़ रुपए है। सिप्ला को अब्दुल हामिद ने 1935 में स्थापित किया था सिप्ला लिमिटेड एक इंडियन मल्टीनेशनल फार्मास्यूटिकल कंपनी है। इस कंपनी को फाउंडर ख्वाजा अब्दुल हामिद ने 1935 में स्थापित किया था। कंपनी का हेडक्वार्टर मुंबई में है। सिप्ला के चेयरमैन यूसुफ हामिद हैं।
No tags for this post.सिप्ला का चौथी तिमाही में मुनाफा 30% बढ़कर ₹1,222 करोड़:रेवेन्यू 8.48% बढ़कर ₹6,598 करोड़ रहा, ₹13 डिविडेंड देगी कंपनी
