सड़क सुरक्षा को लेकर नवंबर माह में चल रहे यातायात माह के तहत लखनऊ ट्रैफिक पुलिस ने पूरे शहर में सघन चेकिंग अभियान चलाया। इस दौरान नियमों की अनदेखी करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की गई। पुलिस की रिपोर्ट के मुताबिक, अब तक कुल 3902 वाहनों के चालान किए जा चुके हैं, जबकि 21 वाहन कागजात न मिलने पर मौके पर ही सीज किए गए हैं। बिना हेलमेट चलने वालों पर सबसे ज्यादा कार्रवाई शहर में दोपहिया चालकों के बीच सबसे आम नियम उल्लंघन बिना हेलमेट चलना पाया गया। पुलिस ने इस श्रेणी में 2702 चालान जारी किए। ट्रैफिक इंस्पेक्टरों के अनुसार, लगातार जागरूकता अभियान चलाने और जगह-जगह पोस्टर लगाने के बावजूद बड़ी संख्या में लोग अब भी बिना हेलमेट वाहन चला रहे हैं। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि सड़क हादसों में अधिकांश मौतें सिर पर चोट लगने से होती हैं। इसलिए हेलमेट पहनना न सिर्फ नियम है बल्कि जान बचाने का सबसे बड़ा सुरक्षा उपाय भी है। ट्रैफिक पुलिस ने दोहराया कि आने वाले दिनों में बिना हेलमेट चलने वालों के खिलाफ “नो टॉलरेंस” नीति अपनाई जाएगी। नो पार्किंग और गलत नंबर प्लेट वालों पर कड़ा एक्शन लखनऊ के प्रमुख बाजारों और व्यस्त चौराहों हजरतगंज, आलमबाग, चारबाग, कैसरबाग और गोमतीनगर क्षेत्र में नो पार्किंग जोन में वाहन खड़ा करने पर 665 चालान किए गए। यह समस्या खासतौर पर बाजार और कार्यालय क्षेत्रों में देखने को मिली। वहीं, धुंधले नंबर प्लेट लगाने वाले वाहन चालकों के खिलाफ भी 115 चालान दर्ज किए गए। पुलिस ने बताया कि गलत या अस्पष्ट नंबर प्लेट वाले वाहन अपराध के बाद पहचान में बड़ी बाधा बनते हैं, इसलिए इन पर सख्ती बरती जा रही है। बिना बीमा, रॉन्ग साइड और तीन सवारी वाले भी निशाने पर ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों में ऐसे वाहन चालक भी शामिल रहे जो बिना बीमा या गलत दिशा में वाहन चला रहे थे। बिना बीमा वाले 70 वाहनों और रॉन्ग साइड चलने वाले 70 चालकों के खिलाफ चालान किया गया। इसके साथ ही तीन सवारी बैठाने वाले दोपहिया चालकों के 180 चालान किए गए। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि रॉन्ग साइड चलने से न सिर्फ चालक की बल्कि सामने से आने वाले अन्य वाहनों की भी जान को खतरा होता है। इसी तरह तीन सवारी बैठाने से वाहन का संतुलन बिगड़ता है और हादसे की संभावना कई गुना बढ़ जाती है। बिना कागज वाले वाहनों पर जब्ती कार्रवाई अभियान के दौरान कई वाहनों से बीमा, पंजीकरण या ड्राइविंग लाइसेंस जैसे आवश्यक दस्तावेज नहीं मिले। ऐसे मामलों में कुल 21 वाहनों को सीज किया गया। पुलिस ने कहा कि जिन वाहन मालिकों के पास वैध कागजात नहीं हैं, उन्हें वाहन वापस लेने के लिए सभी दस्तावेज विभाग में प्रस्तुत करने होंगे। इलेक्ट्रॉनिक निगरानी से बढ़ेगी सख्ती विभाग ने संकेत दिया है कि आगे चलकर शहर के प्रमुख मार्गों पर ड्रोन कैमरों और सीसीटीवी आधारित इलेक्ट्रॉनिक चालान प्रणाली को और सक्रिय किया जाएगा। इससे न सिर्फ चालान प्रक्रिया में पारदर्शिता आएगी बल्कि सड़क पर रीयल-टाइम निगरानी भी संभव होगी। अधिकारियों की माने तो , जल्द ही ‘स्मार्ट ट्रैफिक प्रबंधन योजना’ के तहत प्रमुख चौराहों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित सिग्नल सिस्टम से जोड़ा जाएगा।


