देवरिया के मईल थाना क्षेत्र के जिरासो गांव में 30 अक्टूबर को हुए अनमोल मिश्रा गोलीकांड में पुलिस ने चार दिन बाद कार्रवाई करते हुए तीन नामजद और दो अज्ञात हमलावरों के खिलाफ हत्या के प्रयास सहित गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया। यह मुकदमा घायल अनमोल की मां संजू देवी की तहरीर पर दर्ज किया गया। घटना के अनुसार, 30 अक्टूबर की दोपहर बाइक सवार बदमाशों ने जिरासो गांव निवासी अनमोल मिश्रा (पुत्र स्व. रमाकांत मिश्रा) पर ताबड़तोड़ फायरिंग की। गोलियां लगने से अनमोल गंभीर रूप से घायल होकर गिर पड़ा। ग्रामीणों ने उसे तुरंत जिला अस्पताल पहुंचाया। प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सकों ने गंभीर स्थिति देखते हुए उसे लखनऊ रेफर कर दिया। लखनऊ में जीवन और मौत की जंग वर्तमान में घायल अनमोल लखनऊ के निजी अस्पताल में जीवन और मौत से जूझ रहा है। चिकित्सकों के अनुसार गोली उसकी रीढ़ के पास फंसी हुई है, जिसके कारण सर्जरी करना जोखिम भरा बताया जा रहा है। डॉक्टरों की टीम लगातार उसकी स्थिति पर निगरानी रख रही है। संजू देवी ने आरोप लगाया है कि उनके बेटे पर हमला प्रेम प्रसंग के विवाद को लेकर किया गया। पुलिस ने तीन नामजद आरोपियों—राजकुमार पाठक, विकास पाठक और अविनाश मिश्रा के साथ दो अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीम गठित की क्षेत्राधिकारी बरहज राजेश चतुर्वेदी ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तारी के लिए कई टीमें गठित कर दी गई हैं। उन्होंने कहा कि जल्द ही मामले का खुलासा किया जाएगा और दोषियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा। चार दिन से गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती अनमोल के परिजन लगातार न्याय की गुहार लगा रहे थे। पुलिस की यह कार्रवाई परिजनों की प्रतीक्षा के बाद हुई, जिससे उन्हें कुछ हद तक राहत मिली है।


