डूंगरपुर में देव दिवाली के अवसर पर सापण नदी के तट पर स्थित प्राचीन नीलकंठ महादेव शिवालय में तीन दिवसीय प्रसिद्ध नीला पानी मेला शुरू हो गया है। मेले के पहले दिन श्रद्धालुओं ने पूर्वजों का तर्पण किया। नीलापानी स्थल को साधना का धाम भी माना जाता है, जिसके चलते तीनों दिन देर रात तक शक्तियों को साधने के लिए विभिन्न अनुष्ठान किए जाएंगे। देव दिवाली के अवसर पर सापण नदी भरा मेला, देखें फोटोज… कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर सुबह से ही श्रद्धालु ढोल-ताशों की गूंज के साथ धर्म ध्वजा लेकर प्राचीन नीलकंठ महादेव शिवालय पहुंचे। उन्होंने भगवान के जयकारे लगाए और ध्वज चढ़ाए। दिनभर मेले में आदिवासी लोक गीतों की स्वर लहरियां गूंजती रहीं। मेलार्थियों ने कृषि सामग्री, तीर-कमान, पारंपरिक मिट्टी के बर्तन, श्रृंगार प्रसाधन, बच्चों के खिलौने और कपड़े सहित विभिन्न प्रकार की वस्तुओं की खरीदारी की। इस अवसर पर स्थानीय सरपंच बाल शंकर मनात और ग्राम विकास अधिकारी केशवलाल साद मौजूद रहे। कानून व्यवस्था और शांति बनाए रखने के लिए स्थानीय प्रशासन और पुलिस दल भी तैनात रहा।


