09 जून को झाझरा स्थित जनजातीय विद्यालय दून संस्कृति स्कूल में बिरसा मुंडा की मूर्ति पर माल्यार्पण एवं प्रार्थना के साथ उनको श्रद्धांजलि दी गई। जनजातीय क्षेत्रों में अनेक वर्ष संघ के प्रचारक रहे तरुण बिहाय ने कहा कि बिरसा मुंडा ने भारत की स्वतंत्रता और सनातन धर्म रक्षा के लिए संघर्ष किया।
ईसाई मिशनरियों ने उनका विरोध किया, अंग्रेजों ने 9 जून 1900 षड्यंत्र पूर्वक उनको जेल में मार डाला। धर्मांतरण का विरोध कर हम उनको सच्ची श्रद्धांजलि दे सकते हैं।
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