बोधगया पुलिस ने टिका बिगहा गांव में लूटकांड का खुलासा कर दिया है। लूटकांड का मास्टरमाइंड उत्पाद विभाग का एएसआई अंजनी कुमार है। एएसआई समेत तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। एक आरोपी फरार है, जिसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। जानिए क्या है पूरा मामला 24 जून की शाम टिका बिगहा के चंदन कुमार अपनी पत्नी के साथ बाजार गए थे। पीछे से दो बाइक पर सवार चार लोग उनके घर पहुंचे। घर में तीन बच्चे थे। बच्चों को धमकाते हुए कहा कि तुम्हारे पापा से कर्ज मांगने आया हूं। फिर बच्चों से मारपीट कर कमरे की चाबी छीन ली। अलमारी तोड़कर कैश और जेवरात लेकर फरार हो गए। केस दर्ज होने के बाद जांच के लिए सिटी एसपी रामानंद कुमार कौशल और एसडीपीओ सौरव जायसवाल के नेतृत्व में टीम बनी। जांच के लिए टीम पीड़ित के घर पहुंची। घर और आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए। फुटेज में चारों की तस्वीर साफ दिख गई। जांच में सामने आया कि चार में एक उत्पाद विभाग का एएसआई अंजनी कुमार है। बाकी दीपक कुमार, अजीत चौधरी और दिलीप कुमार उसके निजी सहयोगी हैं। बच्चों ने आरोपियों की पहचान की बोधगया इंस्पेक्टर मनोज कुमार सिंह की टीम ने गुरुवार देर रात छापेमारी कर दरोगा अंजनी कुमार, दीपक और अजीत को पकड़ लिया। जबकि दिलीप कुमार अब भी फरार है। उसकी तलाश में छापेमारी जारी है।
पकड़े गए आरोपियों से थाने में सख्ती से पूछताछ की गई। सिटी एसपी और एसडीपीओ खुद टिका बिगहा गांव पहुंचे। पीड़ित चंदन के घर जाकर तीनों बच्चों से पूछताछ की। बच्चों ने तीनों को पहचान लिया। बिना हथकड़ी के कोर्ट लाया गया मास्टरमाइंड को पुलिस ने शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया। अंजनी कुमार को बिना हथकड़ी लगाए पुलिस कोर्ट लेकर पहुंची थी। जबकि अन्य आरोपियों के हाथ में हथकड़ी लगी थी। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि अंजनी कुमार सरकारी कर्मचारी है। उसे कानूनी प्रक्रिया के तहत कोर्ट ले जाया गया। बाकी दोनों आरोपी आपराधिक प्रवृत्ति के हैं। सुरक्षा कारणों से उन्हें हथकड़ी पहनाई गई। वसूली के लिए पहुंचा था जानकारी के मुताबिक चंदन पहले महुआ का कारोबार करता था। ऐसी चर्चा है कि दरोगा अंजनी कुमार वसूली के लिए चंदन के घर पहुंचा था। हालांकि अभी इसकी पुष्टि नहीं हुई है। पुलिस कैश और गहनों की बरामदगी के लिए पूछताछ में जुटी है। बोधगया पुलिस ने टिका बिगहा गांव में लूटकांड का खुलासा कर दिया है। लूटकांड का मास्टरमाइंड उत्पाद विभाग का एएसआई अंजनी कुमार है। एएसआई समेत तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। एक आरोपी फरार है, जिसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। जानिए क्या है पूरा मामला 24 जून की शाम टिका बिगहा के चंदन कुमार अपनी पत्नी के साथ बाजार गए थे। पीछे से दो बाइक पर सवार चार लोग उनके घर पहुंचे। घर में तीन बच्चे थे। बच्चों को धमकाते हुए कहा कि तुम्हारे पापा से कर्ज मांगने आया हूं। फिर बच्चों से मारपीट कर कमरे की चाबी छीन ली। अलमारी तोड़कर कैश और जेवरात लेकर फरार हो गए। केस दर्ज होने के बाद जांच के लिए सिटी एसपी रामानंद कुमार कौशल और एसडीपीओ सौरव जायसवाल के नेतृत्व में टीम बनी। जांच के लिए टीम पीड़ित के घर पहुंची। घर और आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए। फुटेज में चारों की तस्वीर साफ दिख गई। जांच में सामने आया कि चार में एक उत्पाद विभाग का एएसआई अंजनी कुमार है। बाकी दीपक कुमार, अजीत चौधरी और दिलीप कुमार उसके निजी सहयोगी हैं। बच्चों ने आरोपियों की पहचान की बोधगया इंस्पेक्टर मनोज कुमार सिंह की टीम ने गुरुवार देर रात छापेमारी कर दरोगा अंजनी कुमार, दीपक और अजीत को पकड़ लिया। जबकि दिलीप कुमार अब भी फरार है। उसकी तलाश में छापेमारी जारी है।
पकड़े गए आरोपियों से थाने में सख्ती से पूछताछ की गई। सिटी एसपी और एसडीपीओ खुद टिका बिगहा गांव पहुंचे। पीड़ित चंदन के घर जाकर तीनों बच्चों से पूछताछ की। बच्चों ने तीनों को पहचान लिया। बिना हथकड़ी के कोर्ट लाया गया मास्टरमाइंड को पुलिस ने शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया। अंजनी कुमार को बिना हथकड़ी लगाए पुलिस कोर्ट लेकर पहुंची थी। जबकि अन्य आरोपियों के हाथ में हथकड़ी लगी थी। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि अंजनी कुमार सरकारी कर्मचारी है। उसे कानूनी प्रक्रिया के तहत कोर्ट ले जाया गया। बाकी दोनों आरोपी आपराधिक प्रवृत्ति के हैं। सुरक्षा कारणों से उन्हें हथकड़ी पहनाई गई। वसूली के लिए पहुंचा था जानकारी के मुताबिक चंदन पहले महुआ का कारोबार करता था। ऐसी चर्चा है कि दरोगा अंजनी कुमार वसूली के लिए चंदन के घर पहुंचा था। हालांकि अभी इसकी पुष्टि नहीं हुई है। पुलिस कैश और गहनों की बरामदगी के लिए पूछताछ में जुटी है।
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