औरंगाबाद के कुटुंबा थाना में तैनात एएसआई महेंद्र पासवान को पुलिस ने अवैध शराब रखने के आरोप में गिरफ्तार किया है। घटना शुक्रवार को तब सामने आई जब थाने को सूचना मिली कि एएसआई के सरकारी आवास में अवैध शराब छुपा कर रखी गई है। थाना अध्यक्ष इमरान आलम ने बताया कि सूचना की पुष्टि के बाद पूरे मामले की जानकारी सीनियर अधिकारियों को दी गई। इसके बाद ओडी पदाधिकारी मिक्कू कुमार समेत पुलिस टीम ने बैरक स्थित एएसआई के कमरे का ताला तोड़कर छापेमारी की। तलाशी के दौरान कमरे में छुपाकर रखे गए 500 एमएल के छह कैन बियर बरामद किए गए। शराब मिलने के बाद थाना अध्यक्ष के लिखित आवेदन पर बिहार मद्य निषेध एवं उत्पाद अधिनियम के तहत एएसआई महेंद्र पासवान के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई। कोर्ट परिसर से ही पुलिस ने किया गिरफ्तार आरोपी एएसआई को उस समय कोर्ट से गिरफ्तार किया गया, जब वो मारपीट के मामले में फरार चल रहे आरोपियों को पकड़कर रिमांड की डिमांड के लिए कोर्ट पहुंचे थे। इसी दौरान पुलिस टीम ने उन्हें हिरासत में ले लिया। प्राथमिक कानूनी औपचारिकताओं के बाद आरोपी पुलिस पदाधिकारी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। पूछताछ में एएसआई महेंद्र पासवान ने खुद को निर्दोष बताया है। उसने दावा किया कि उसके कमरे के पीछे वाले दरवाजे की कुंडी कई दिनों से खराब थी। इसी वजह से किसी ने साजिश के तहत कमरे में घुसकर शराब छुपा दी और इसकी सूचना अधिकारियों को दे दी। हालांकि पुलिस इस दावे की जांच कर रही है। एसडीपीओ बोले- कानून सभी के लिए एक समान, निष्पक्ष जांच जारी एसडीपीओ संजय कुमार पांडेय ने कहा कि कानून सभी के लिए समान है और मामले की निष्पक्ष जांच की जा रही है। शराब बरामदगी, गिरफ्तारी और एएसआई के दावों की पूरी पड़ताल के बाद ही अगले कदम उठाए जाएंगे। पुलिस विभाग ने भी स्पष्ट कर दिया है कि शराबबंदी कानून का उल्लंघन करने वालों पर सख्त कार्रवाई जारी रहेगी, चाहे वह कोई भी हो। जांच जारी है और आने वाले दिनों में यह सामने आएगा कि एएसआई महेंद्र पासवान दोषी है या किसी साजिश का शिकार। औरंगाबाद के कुटुंबा थाना में तैनात एएसआई महेंद्र पासवान को पुलिस ने अवैध शराब रखने के आरोप में गिरफ्तार किया है। घटना शुक्रवार को तब सामने आई जब थाने को सूचना मिली कि एएसआई के सरकारी आवास में अवैध शराब छुपा कर रखी गई है। थाना अध्यक्ष इमरान आलम ने बताया कि सूचना की पुष्टि के बाद पूरे मामले की जानकारी सीनियर अधिकारियों को दी गई। इसके बाद ओडी पदाधिकारी मिक्कू कुमार समेत पुलिस टीम ने बैरक स्थित एएसआई के कमरे का ताला तोड़कर छापेमारी की। तलाशी के दौरान कमरे में छुपाकर रखे गए 500 एमएल के छह कैन बियर बरामद किए गए। शराब मिलने के बाद थाना अध्यक्ष के लिखित आवेदन पर बिहार मद्य निषेध एवं उत्पाद अधिनियम के तहत एएसआई महेंद्र पासवान के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई। कोर्ट परिसर से ही पुलिस ने किया गिरफ्तार आरोपी एएसआई को उस समय कोर्ट से गिरफ्तार किया गया, जब वो मारपीट के मामले में फरार चल रहे आरोपियों को पकड़कर रिमांड की डिमांड के लिए कोर्ट पहुंचे थे। इसी दौरान पुलिस टीम ने उन्हें हिरासत में ले लिया। प्राथमिक कानूनी औपचारिकताओं के बाद आरोपी पुलिस पदाधिकारी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। पूछताछ में एएसआई महेंद्र पासवान ने खुद को निर्दोष बताया है। उसने दावा किया कि उसके कमरे के पीछे वाले दरवाजे की कुंडी कई दिनों से खराब थी। इसी वजह से किसी ने साजिश के तहत कमरे में घुसकर शराब छुपा दी और इसकी सूचना अधिकारियों को दे दी। हालांकि पुलिस इस दावे की जांच कर रही है। एसडीपीओ बोले- कानून सभी के लिए एक समान, निष्पक्ष जांच जारी एसडीपीओ संजय कुमार पांडेय ने कहा कि कानून सभी के लिए समान है और मामले की निष्पक्ष जांच की जा रही है। शराब बरामदगी, गिरफ्तारी और एएसआई के दावों की पूरी पड़ताल के बाद ही अगले कदम उठाए जाएंगे। पुलिस विभाग ने भी स्पष्ट कर दिया है कि शराबबंदी कानून का उल्लंघन करने वालों पर सख्त कार्रवाई जारी रहेगी, चाहे वह कोई भी हो। जांच जारी है और आने वाले दिनों में यह सामने आएगा कि एएसआई महेंद्र पासवान दोषी है या किसी साजिश का शिकार।


