पूर्व सांसद आनंद मोहन मंगलवार को औरंगाबाद के अंकोरहा गांव पहुंचे। जहां उन्होंने व्यापार मंडल अध्यक्ष संजय सिंह के परिजनों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने कहा कि संजय सिंह की बढ़ती लोकप्रियता और राजनीतिक पकड़ मजबूत होते देख अपराधियों ने हत्या कर दी है। संजय सिंह और उनके चाचा राजेंद्र सिंह पूर्व से राजनीति में सक्रिय हैं। लगातार उनका कद बढ़ते जा रहा था। जो विरोधियों को रास नहीं आया। खासकर संजय सिंह काफी मिलनसार और हसमुख व्यक्ति थे। कम समय में ही उन्होंने क्षेत्र में अपनी मजबूत पकड़ बना ली थी। यही कारण था कि उनके व्यापार मंडल रहते उनकी पत्नी को जनता ने पैक्स अध्यक्ष चुना था। राजनीतिक रंजिश के कारण हत्या की गई थी। हत्या के बाद सरकार की ओर से परिजनों को सुरक्षा मुहैया कराया गया था। जो फिलहाल हटा लिया गया है। उन्होंने गृह सचिव से बात परिजनों को फिर से सुरक्षा दिलाई जाने की बात कही। आनंद मोहन ने कहा- परिवार को सुरक्षा की जरूरत आनंद मोहन ने कहा कि घटना के बाद परिवार की सुरक्षा के लिए गार्ड और हॉर्स गार्ड की तैनाती की गई थी। लेकिन बाद में हटा लिया गया। जबकि, अब उनके परिवार को अधिक सुरक्षा की जरूरत है। पहले वे कब कहां जा रहे हैं, इसकी जानकारी किसी को नहीं मिलती थी। इसके बावजूद भी अपराधियों ने रेकी कर की हत्या कर दी। हत्या का स्पीडी ट्रायल चल रहा है। मामला कोर्ट में है। परिवार के सदस्यों को निर्धारित तिथि और समय पर कोर्ट जाना पड़ेगा। ऐसी स्थिति में गंदी नीयत रखने वाले लोग किसी भी समय घटना को अंजाम दे सकता हैं। उन्होंने गृह सचिव से उनके परिवार को फिर से सुरक्षा व्यवस्था मुहैया कराया जाने और हथियार का लाइसेंस देने की मांग की है। गृह सचिव ने उन्हें आश्वासन दे दिया है। बताते चलें कि पैक्स चुनाव के दौरान हुए विवाद को लेकर लगभग 6 महीने पहले अपराधियों ने घर लौट रहे व्यापार मंडल अध्यक्ष की गाड़ी रुकवा कर गोली मार दिया था। पूर्व सांसद आनंद मोहन मंगलवार को औरंगाबाद के अंकोरहा गांव पहुंचे। जहां उन्होंने व्यापार मंडल अध्यक्ष संजय सिंह के परिजनों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने कहा कि संजय सिंह की बढ़ती लोकप्रियता और राजनीतिक पकड़ मजबूत होते देख अपराधियों ने हत्या कर दी है। संजय सिंह और उनके चाचा राजेंद्र सिंह पूर्व से राजनीति में सक्रिय हैं। लगातार उनका कद बढ़ते जा रहा था। जो विरोधियों को रास नहीं आया। खासकर संजय सिंह काफी मिलनसार और हसमुख व्यक्ति थे। कम समय में ही उन्होंने क्षेत्र में अपनी मजबूत पकड़ बना ली थी। यही कारण था कि उनके व्यापार मंडल रहते उनकी पत्नी को जनता ने पैक्स अध्यक्ष चुना था। राजनीतिक रंजिश के कारण हत्या की गई थी। हत्या के बाद सरकार की ओर से परिजनों को सुरक्षा मुहैया कराया गया था। जो फिलहाल हटा लिया गया है। उन्होंने गृह सचिव से बात परिजनों को फिर से सुरक्षा दिलाई जाने की बात कही। आनंद मोहन ने कहा- परिवार को सुरक्षा की जरूरत आनंद मोहन ने कहा कि घटना के बाद परिवार की सुरक्षा के लिए गार्ड और हॉर्स गार्ड की तैनाती की गई थी। लेकिन बाद में हटा लिया गया। जबकि, अब उनके परिवार को अधिक सुरक्षा की जरूरत है। पहले वे कब कहां जा रहे हैं, इसकी जानकारी किसी को नहीं मिलती थी। इसके बावजूद भी अपराधियों ने रेकी कर की हत्या कर दी। हत्या का स्पीडी ट्रायल चल रहा है। मामला कोर्ट में है। परिवार के सदस्यों को निर्धारित तिथि और समय पर कोर्ट जाना पड़ेगा। ऐसी स्थिति में गंदी नीयत रखने वाले लोग किसी भी समय घटना को अंजाम दे सकता हैं। उन्होंने गृह सचिव से उनके परिवार को फिर से सुरक्षा व्यवस्था मुहैया कराया जाने और हथियार का लाइसेंस देने की मांग की है। गृह सचिव ने उन्हें आश्वासन दे दिया है। बताते चलें कि पैक्स चुनाव के दौरान हुए विवाद को लेकर लगभग 6 महीने पहले अपराधियों ने घर लौट रहे व्यापार मंडल अध्यक्ष की गाड़ी रुकवा कर गोली मार दिया था।
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