सिद्धार्थनगर में 25 हजार इनामी चारों सिपाही गिरफ्तार:दो मनाली से पकड़े गए, बाकी दो मोहाना में; पीड़ित की हालत गंभीर

सिद्धार्थनगर में 25 हजार इनामी चारों सिपाही गिरफ्तार:दो मनाली से पकड़े गए, बाकी दो मोहाना में; पीड़ित की हालत गंभीर

सिद्धार्थनगर के रजनीश पटेल हमले मामले में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। पहले मनाली से फरार सिपाही राजन सिंह और मनोज यादव को गिरफ्तार किया गया था। अब बाकी दो सिपाही—मंजीत सिंह और अभिषेक गुप्ता—को भी मोहाना थाना क्षेत्र में पकड़ लिया गया। ये दोनों अपनी बाइक लेने आए थे, तभी पुलिस ने घेराबंदी कर उन्हें धर दबोचा। इस तरह चारों आरोपी पुलिसकर्मी सलाखों के पीछे हैं। यह मामला कपिलवस्तु कोतवाली क्षेत्र के गांधीनगर (चंपापुर) निवासी रजनीश पर हुए हमले से जुड़ा है। 22 अक्टूबर की रात, दुर्गा प्रतिमा विसर्जन जुलूस में रजनीश और समिति के अन्य युवक प्रतिमा लेकर आगे बढ़ रहे थे। मोहाना थाना क्षेत्र के बर्डपुर स्थित मैरेज हाल के पास, चार सिपाही—मनोज यादव, मंजीत सिंह, अभिषेक गुप्ता और राजन सिंह—ने रजनीश से प्रतिमा रोकने का कारण पूछा। विवाद बढ़ने पर आरोप है कि उन्हें जबरन बाइक पर बैठाकर अपहरण कर लिया गया। रजनीश बेहोशी की हालत में मिला कुछ समय बाद रजनीश ऊंची पेट्रोल पंप के पास बेहोशी जैसी हालत में मिला। परिजनों ने उसे जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां हालत गंभीर होने पर लखनऊ रेफर किया गया। डॉक्टरों के अनुसार, रजनीश की स्थिति अभी भी नाजुक है और वह जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहा है।
पुलिस ने चारों पर कार्रवाई, थानाध्यक्ष सस्पेंड रजनीश के भाई अवनीश ने चारों सिपाहियों पर अपहरण, जानलेवा हमला और हत्या के प्रयास की तहरीर मोहाना थाना में दी थी। डीआईजी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच बैठाई और निष्कर्ष के आधार पर चारों सिपाही और थानाध्यक्ष को सस्पेंड कर दिया।
मनाली और मोहाना में दबिश के बाद गिरफ्तारी एसपी ने इन चारों सिपाहियों पर 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। सात विशेष टीमों, टेक्निकल सर्विलांस, कॉल डिटेल और सीमा एरिया मॉनिटरिंग के बाद जानकारी मिली कि दो सिपाही मनाली में हैं। पुलिस टीम ने उन्हें वहीं से गिरफ्तार किया।बाकी दो फरार सिपाही मंजीत सिंह और अभिषेक गुप्ता सोमवार को मोहाना थाना क्षेत्र में बाइक लेने पहुंचे, जहां घेराबंदी कर उन्हें पकड़ा गया।
पुलिस ने दी कड़ा संदेश ट्रेनी आईपीएस और क्षेत्राधिकारी सदर विश्वजीत सौरयान ने कहा—“चाहे विभाग में कोई भी हो, दोषी बचने वाला नहीं है।”जिला पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह मामला साबित करेगा कि विभाग की साख से खिलवाड़ करने वाले को कोई संरक्षण नहीं मिलेगा। रजनीश का परिवार न्याय और आरोपी सिपाहियों की सख्त सजा की उम्मीद में बैठा है।

​ 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *