गया प्रशासन बुद्ध पूर्णिमा को लेकर अलर्ट:DM और SSP ने की बैठक; महाबोधि मंदिर में मोबाइल बैन, CCTV से होगी निगरानी

गया प्रशासन बुद्ध पूर्णिमा को लेकर अलर्ट:DM और SSP ने की बैठक; महाबोधि मंदिर में मोबाइल बैन, CCTV से होगी निगरानी

गया में बुद्ध पूर्णिमा को प्रशासन अलर्ट मोड में हैं। 12 मई के आयोजन को लेकर प्रशासनिक तैयारियां अंतिम चरण में है। बुधवार को बीटीएमसी सभागार में डीएम डॉ. त्यागराजन और वरीय पुलिस अधीक्षक आनंद कुमार की संयुक्त अध्यक्षता में हाई लेवल मीटिंग हुई। इस दौरान सुरक्षा-व्यवस्था को लेकर जरूरी दिशा-निर्देश दिए गए। महाबोधि मंदिर में कोई भी श्रद्धालु मोबाइल लेकर एंट्री नहीं करेंगे। इसका सख्ती से पालन होगा। साथ ही मंदिर या प्रतिबंधित क्षेत्रों में किसी भी तरह का बैनर, पोस्टर या फ्लेक्स लगाने की मनाही है। बैठक में BTMC के सदस्य, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी, आयोजन समिति और विभिन्न विभागों के प्रतिनिधि मौजूद थे। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर अलर्ट मोड मंदिर और आसपास के इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की जाएगी। CCTV कैमरे से निगरानी होगी। यातायात नियंत्रण, इमरजेंसी सेवा और श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए सभी विभागों को अलर्ट रहने को कहा गया है। इसके अलावा सांस्कृतिक और धार्मिक कार्यक्रमों को व्यवस्थित तरीके से संचालित करने पर जोर दिया गया। मंदिर क्षेत्र में किसी भी तरह का जुलूस या प्रदर्शन बिना पूर्व अनुमति के नहीं निकाल सकेंगे। इसकी जिम्मेदारी एसडीओ और एसडीपीओ बोधगया को दी गई है। गया में बुद्ध पूर्णिमा को प्रशासन अलर्ट मोड में हैं। 12 मई के आयोजन को लेकर प्रशासनिक तैयारियां अंतिम चरण में है। बुधवार को बीटीएमसी सभागार में डीएम डॉ. त्यागराजन और वरीय पुलिस अधीक्षक आनंद कुमार की संयुक्त अध्यक्षता में हाई लेवल मीटिंग हुई। इस दौरान सुरक्षा-व्यवस्था को लेकर जरूरी दिशा-निर्देश दिए गए। महाबोधि मंदिर में कोई भी श्रद्धालु मोबाइल लेकर एंट्री नहीं करेंगे। इसका सख्ती से पालन होगा। साथ ही मंदिर या प्रतिबंधित क्षेत्रों में किसी भी तरह का बैनर, पोस्टर या फ्लेक्स लगाने की मनाही है। बैठक में BTMC के सदस्य, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी, आयोजन समिति और विभिन्न विभागों के प्रतिनिधि मौजूद थे। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर अलर्ट मोड मंदिर और आसपास के इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की जाएगी। CCTV कैमरे से निगरानी होगी। यातायात नियंत्रण, इमरजेंसी सेवा और श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए सभी विभागों को अलर्ट रहने को कहा गया है। इसके अलावा सांस्कृतिक और धार्मिक कार्यक्रमों को व्यवस्थित तरीके से संचालित करने पर जोर दिया गया। मंदिर क्षेत्र में किसी भी तरह का जुलूस या प्रदर्शन बिना पूर्व अनुमति के नहीं निकाल सकेंगे। इसकी जिम्मेदारी एसडीओ और एसडीपीओ बोधगया को दी गई है।  

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