‘बिग बॉस 19’ का यह सीजन ड्रामा, भावनाओं और जबरदस्त गेमप्ले का संगम रहा। इस सीजन में अपनी सादगी, ईमानदारी और दमदार अंदाज से दर्शकों का दिल जीतने वाली फरहाना भट्ट ने फाइनल तक का सफर तय करते हुए दूसरा स्थान हासिल किया। घर से बाहर आते ही फरहाना ने अपने अनुभवों, रिश्तों और शो के विजेता गौरव को लेकर खुलकर बात की। उनका कहना है कि वह गौरव में विनर जैसी कोई क्वालिटी नहीं देखतीं और अगर दर्शकों ने उन्हें न जिताया होता, तो शायद वह कभी यह ट्रॉफी अपने नाम नहीं कर पाते। बिग बॉस से निकलकर क्या जल्द ही हम आपको 70 एमएम के बड़े पर्दे पर फिर से देखने वाले हैं? बिल्कुल, मेरी तो हमेशा से यही इच्छा रही है कि मैं अच्छे लोगों और अच्छी टीम के साथ काम करूं। अभी मैं घर से बाहर आई हूं, माहौल और अवसरों को समझ रही हूं। देखते हैं कि आगे क्या-क्या ऑफर आते हैं और कौन-सा काम मेरे लिए सही रहेगा। उम्मीद है कि जल्द ही दर्शकों को मेरे नए प्रोजेक्ट्स देखने को मिलेंगे। क्या आपको इस बात का मलाल है कि ट्रॉफी के इतना पास पहुंचकर भी आप उसे नहीं जीत पाईं? नहीं, बिल्कुल भी नहीं। मैं दुखी नहीं हूं, बल्कि बहुत खुश हूं कि दर्शकों ने मुझे इतना प्यार दिया। लोग कह रहे थे कि इस सीजन को मेरे नाम से जाना जाएगा इससे बड़ा सम्मान और क्या हो सकता है? जीतना मेरे नसीब में जितना लिखा था, उतना मैंने पा लिया है। मेरे लिए यह प्यार ही सबसे बड़ी जीत है। अचानक से आप बिग बॉस हाउस में इतनी शेरनी कैसे बन गईं? जब मैं सीक्रेट रूम में गई और वहां से एक-एक कर सबकी असलियत दिखने लगी कि कौन मेरी पीठ पीछे क्या बात करता है, तब मुझे बहुत कुछ समझ आया। बसीर अमाल को मैं अपना दोस्त मानती थी, उनसे प्यार और इज्जत से बात करती थी, लेकिन उन्होंने मेरे बारे में जो बातें कहीं, उसमें कोई कसर नहीं छोड़ी। उन सबने मुझे और मजबूत बनाया और तभी मैंने ठान लिया कि अब मैं किसी के भी गलत व्यवहार को बिना जवाब दिए नहीं छोड़ूंगी। अमूमन लड़कियों की दोस्ती कम देखी जाती है। क्या आपकी और नेहल की दोस्ती बिग बॉस के बाहर भी देखने को मिलेगी? नेहल के साथ मेरी बॉन्डिंग अच्छी थी, लेकिन शो के दौरान और अब बाहर आने के बाद कुछ बातें सामने आई हैं जिन पर मुझे क्लैरिटी चाहिए। मैं किसी भी रिश्ते को जल्दबाजी में आगे नहीं बढ़ाना चाहती। जब सारी बातें साफ होंगी, तभी पता चलेगा कि हमारी दोस्ती आगे चलेगी या नहीं। गौरव खन्ना की जीत पर आपका क्या कहना है? क्या आपको लगता है कि वह इस ट्रॉफी के असली हकदार थे? मैं तो बस यही कह सकती हूं कि उन्हें उनकी जीत मुबारक। उन्हें उनकी ऑडियंस ने जिताया है, वरना शो में उन्होंने खुद ऐसा कुछ भी नहीं किया जिससे लगे कि वह ट्रॉफी डिजर्व करते हैं। मैंने तो उनकी ट्रॉफी तक हाथ भी नहीं लगाया क्योंकि मुझे ऐसा लगा ही नहीं कि वो एक विनर की जगह पर खड़े हैं। उनके अंदर विनर वाली क्वालिटीज नहीं दिखीं। वो कोई स्टार मेटेरियल नहीं हैं, बस लोगों को नीचा दिखाने में माहिर हैं और यही उनका पूरा गेम था। तान्या से क्या आप बाहर कोई कॉन्टैक्ट रखेंगी या भविष्य में साथ काम करने की संभावना है? तान्या मेरी दोस्त कभी थी ही नहीं, और ईमानदारी से कहूं तो मुझे नहीं लगता कि हम आगे एक-दूसरे के कॉन्टैक्ट में रहेंगे। 99 प्रतिशत चांस है कि हमारा अब कोई रिश्ता या जुड़ाव नहीं रहेगा।
गौरव से ट्रॉफी हारने के बाद फूटा फरहाना का गुस्सा:बोलीं- उसके अंदर विनर वाली कोई क्वालिटी नहीं थी, मेरे नसीब में जितना था, उतना मिला


