आगरा में अवैध खनन रोकने के लिए बनाई गई टास्क फोर्स लगातार कार्रवाई कर रही हैं। खेरागढ़ के पहाड़ों पर ड्रोन से नजर रखी जा रही है। खनन माफिया चकमा देने के लिए गांवों के रास्ते तलाश रहे हैं। ऐसे में ड्रोन से उनकी लोकेशन लेकर कार्रवाई की जा रही है। मंगलवार को खेरागढ़ के कुल्हड़ पहाड़, पिपरैठा पहाड़ का ड्रोन सर्वे किया गया। वहीं, 275 वाहनों की चेकिंग की गई।
राजस्थान और मध्य प्रदेश से अवैध खनन की बालू, गिट्टी, मिट्टी लेकर डंपर, ट्रक और ट्रैक्टर-ट्राली लेकर अलग-अलग रास्तों से निकलते हैं। इन पर नंबर भी नहीं होता है। इंटर स्टेट ट्रांजिट परमिट भी नहीं होता। कई बार पुलिस के डर से तेज गति से चलाने की वजह से हादसे होते हैं। इन्हें रोकने के लिए पिछले दिनों पुलिस आयुक्त दीपक कुमार ने जिलाधिकारी सहित अन्य विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक की थी। 10 टास्क फोर्स बनाई गई हैं। वहीं खनन के वाहनों के परिवहन वाले रास्तों पर कैमरों को भी लगाया जा रहा है। ड्रोन से भी सर्वे शुरू करा दिया गया। दो दिन में ड्रोन से देखा गया तो एक भी वाहन मुख्य रास्तों से निकलता नजर नहीं आया। हालांकि खेरागढ़, सैंया, इरादतनगर, शमसाबाद, निबोहरा, पिनाहट आदि थाना क्षेत्रों में कार्रवाई की जा रही है। तीन पहाड़ों का ड्रोन सर्वे हुआ
मंगलवार को डीएम के निर्देश पर ड्रोन कैमरे से खनन स्थलों की गतिविधियों पर नजर रखी गई। वरिष्ठ खनन अधिकारी मिथिलेश पांडे ने बताया कि खनन संबंधित सूचनाओं और जानकारी बार-बार मिल रही थी इसलिए कुल्हड़ पहाड़ का ड्रोन सर्वे किया गया। बसई जगनेर स्थित पहाड़ का सर्वे किया गया। इस दौरान उप जिलाधिकारी खेरागढ़ ऋषि राव, थाना प्रभारी खेरागढ़ मदन सिंह, क्षेत्रीय वन अधिकारी राहुल सिंह, क्षेत्रीय खनन निरीक्षक सुनील कुमार वर्मा सहित थाना पुलिस फोर्स मौजूद रही। 275 वाहन किए चेक टास्क फोर्स द्वारा आईएसटीपी व बिना HSRP नम्बर प्लेट आदि के परिवहन कर रहे वाहनों पर लगातार कार्यवाही की जा रही है। सोमवार को 275 वाहनों की चेकिंग अलग-अलग जगह पर की गई, जिसमें अनियमितता पाये जाने पर कुल 14 वाहन सीज किए गए। 9 वाहनों का चालान किया गया। 72 वाहनों पर HSRP नम्बर प्लेट न होने पर चालान की कार्यवाही की गई।


