आज से इंदौर यातायात पुलिस ट्रैफिक को लेकर सख्ती करने जा रही है। 15 दिन का विशेष अभियान चलाया जाएगा। 25 अक्टूबर से 5 नवंबर तक यातायात पुलिस ने जागरुकता अभियान चलाया। आज से नियमों का पालन न करने वालों के खिलाफ पुलिस सख्त रुख अपनाएगी। सुप्रीम कोर्ट की सख्ती के बाद पुलिस ट्रेनिंग एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट (PTRI) ने यह अभियान शुरू किया है। 5 नवंबर तक शैक्षणिक संस्थानों, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन और बाजार जैसे सार्वजनिक स्थानों पर लोगों को जागरूक किया गया। 6 नवंबर से एक बार फिर से यातायात विभाग की नई कवायद के तहत, चेकिंग पॉइंट पर बॉडी कैमरे और पीओएस मशीन का उपयोग होगा और बिना हेलमेट वालों को छोड़ने पर पुलिसकर्मी की जवाबदेही तय की जाएगी। 6 नवंबर से नई व्यवस्था: पुलिसकर्मी भी होंगे जिम्मेदार क्यूआर कोड स्कैन कर बन सकते हैं ट्रैफिक प्रहरी
इंदौर में अब क्यूआर कोड स्केन करके ट्रैफिक प्रहरी बन सकते हैं। इसके लिए गूगल फॉर्म भरना होगा, जिसमें वे ट्रैफिक संभालने का टाइम और प्लेस तय कर सकते हैं। इसके साथ ही ट्रैफिक पुलिस जैकेट, सिटी, लाइट बेटन, बेच भी उपलब्ध कराएगी। ट्रैफिक प्रहरी बनकर लोग ट्रैफिक संभालने में पुलिस की मदद कर सकेंगे। इसके लिए पुलिस प्रचार प्रसार भी कर रही है। क्यूआर कोड के माध्यम से भर सकते है गूगल फॉर्म पुलिस देगी सिटी-जैकेट
ट्रैफिक प्रहरी बनने वाले व्यक्ति को पुलिस की तरफ से सिटी, लाइट बेटन, जैकेट और बेच भी दिया जाएगा, ताकि वे बेहतर तरीके से ट्रैफिक संभाल सकें। इधर, उत्कृष्ट काम करने वाले ट्रैफिक प्रहरियों को सिलेक्ट कर साप्ताहिक और मासिक प्रोग्राम में उत्साहवर्धन के लिए उन्हें पुरस्कृत भी किया जाएगा। ट्रैफिक प्रहरी के माध्यम से लोग ट्रैफिक पुलिस की मदद कर सकेंगे। जैसे चौराहों पर, त्योहारों पर ट्रैफिक व्यवस्था बनाए रखने में, नियमों का उल्लंघन की जानकारी देकर, एक्सीडेंट या जान की स्थिति की जानकारी देकर और आमजन में ट्रैफिक नियमों का पालन करने की जागरूकता फैला कर।


