कार्तिक पूर्णिमा के शुभ अवसर पर चाईबासा सहित पश्चिमी सिंहभूम जिले के विभिन्न घाटों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। सुबह से ही नदियों और तालाबों के घाटों पर भक्तों ने आस्था की डुबकी लगाई, पूजा-अर्चना की और दान-पुण्य किया। हिन्दू धर्म में इस दिन स्नान और दान से पापों से मुक्ति तथा सुख-समृद्धि की मान्यता है। चाईबासा के खैरबनी, कपगाडी और कोल्हान नदी के किनारे स्थित घाटों पर विशेष भीड़ देखी गई। वहीं, चक्रधरपुर के खटंगा नदी घाट के साथ-साथ मंझारी, तांतनगर और गुवा क्षेत्रों में भी धार्मिक उत्साह चरम पर रहा। श्रद्धालुओं ने त्रिपुटी स्नान की परंपरा निभाई और दीपदान कर भगवान की आराधना की। मंदिरों में भजन-कीर्तन तथा आरती स्नान के बाद भक्तों ने तुलसी के पौधे को जल अर्पित कर पूजा-पाठ किया। कई लोगों ने गरीबों को भोजन, वस्त्र और अन्नदान कर पुण्य अर्जित किया। मंदिरों में भजन-कीर्तन तथा आरती के कार्यक्रम भी आयोजित किए गए। अधिक भीड़ को देखते हुए जिला प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए थे। सभी प्रमुख घाटों पर पुलिस बल तैनात रहा। इसके अलावा, नाविकों और आपदा प्रबंधन टीम को भी सतर्कता के तौर पर तैनात किया गया था।


