चंदौली जिले के धानापुर विकासखंड में गंगा नदी का कटान तेजी से जारी है। नौघरा, बुद्धपुर, दिया, प्रसहता और गुरैनी जैसे कई गांव इसकी चपेट में हैं। अब तक हजारों बीघा से अधिक खेत गंगा में समाहित हो चुके हैं, जिससे स्थानीय किसानों में भारी चिंता है। कभी नौघरा गांव से लगभग 3 किलोमीटर दूर बहने वाली गंगा अब मात्र 50 मीटर की दूरी पर आ गई है। इससे ग्रामीणों को भविष्य में पूरे गांव के गंगा में समाहित होने का डर सता रहा है। गंगा का जलस्तर घटने के साथ ही भूमि कटान की रफ्तार और तेज हो गई है। इस स्थिति की जानकारी मिलने पर सैयदराजा के पूर्व विधायक मनोज सिंह ‘डब्लू’ ने नौघरा और बुद्धपुर गांवों का दौरा किया। उन्होंने कटान प्रभावित किसानों से बातचीत की और आरोप लगाया कि प्रदेश की योगी सरकार और उनके विधायक का किसानों से कोई सरोकार नहीं है। मनोज सिंह ‘डब्लू’ ने दावा किया कि कुछ समय पहले गंगा कटान रोकने के लिए लगाए गए बोल्डर भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गए हैं। उन्होंने तुलना करते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी सरकार के दौरान जमानिया में लगाए गए बोल्डर आज भी सुरक्षित हैं, जबकि चंदौली में लगाए गए बोल्डर कुछ ही महीनों में गंगा में बह गए। उन्होंने आरोप लगाया कि इस भ्रष्टाचार में भाजपा के नेता शामिल हैं। किसानों का कहना है कि उनकी आंखों के सामने दिन-रात उनकी उपजाऊ जमीन की मिट्टी कटकर गंगा में बह रही है, जिससे खेतों का रकबा लगातार घट रहा है। किसान राकेश यादव ने बताया कि पिछले दो दशकों से अधिकारीयों से कटान रोकने की मांग की जा रही है, लेकिन इस पर कोई सुनवाई नहीं हो रही है। शासन-प्रशासन की कथित लापरवाही के कारण यह समस्या लगातार बनी हुई है। इस मौके पर मुख्य रूप से मनोज उपाध्याय, अम्बिका यादव, बाके उपाध्याय, विनोद यादव, केदार यादव, कमला यादव, रविंद्र यादव, मुन्ना उपाध्याय, राघवेंद्र उपाध्याय, अमरदेव यादव, बृजमोहन यादव सहित सैकड़ो किसान उपस्थित रहें।


