संतकबीर नगर जिले में एक आंगनबाड़ी कार्यकत्री अपनी नौकरी बहाल करने के लिए पिछले दस सालों से गुहार लगा रही हैं। उनका आरोप है कि एक षड्यंत्र के तहत झूठे आरोप लगाकर उन्हें पद से हटा दिया गया है। पीड़ित कार्यकत्री उर्मिला देवी, जो मगहर नगर पंचायत के इस्लाम नगर की निवासी हैं, उन्होंने बताया कि उन्हें बाल विकास परियोजना अधिकारी, संतकबीर नगर के पत्र संख्या 88 दिनांक 29.09.2007 के माध्यम से मोहल्ला तिवारी टोला, नगर पंचायत मगहर में आंगनबाड़ी कार्यकत्री के पद पर नियुक्त किया गया था। जांच कर अग्रिम कार्रवाई करने का निर्देश दिया उन्हें 10 नवंबर 2016 को पद से हटा दिया गया था। विभाग ने अपने आदेश में कहा था कि उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकत्री के पद के लिए आवेदन नहीं किया था और न ही उनका नाम चयन समिति में था। उर्मिला देवी का दावा है कि उन्होंने इस पद के लिए आवेदन किया था और उनका नाम चयन समिति में भी था। उन्होंने यह भी बताया कि वह उसी नगर पंचायत की निवासी हैं और उनकी नियुक्ति सही थी, क्योंकि वह नियुक्ति स्थल से दो किलोमीटर के दायरे में ही रहती हैं, जो कि नियमानुसार मान्य है। अपनी पीड़ा लेकर उर्मिला देवी जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचीं और अपनी समस्याएं सुनाईं। जिलाधिकारी आलोक कुमार ने शिकायत का संज्ञान लेते हुए जांच कर अग्रिम कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।


