सहरसा में मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए मंगलवार को व्यवहार न्यायालय परिसर में मतदाता जागरूकता अभियान चलाया गया। जिला विधिक सेवा प्राधिकार (डीएलएसए) और स्वीप कार्यक्रम के तहत आयोजित इस कार्यक्रम में न्यायपालिका के अधिकारियों, वकीलों और पारा लीगल वालंटियर ने भाग लिया। पहले चरण का मतदान 6 नवंबर को होना है। प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश आशुतोष कुमार झा रहे मुख्य अतिथि कार्यक्रम में सहरसा के प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश आशुतोष कुमार झा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। उनके साथ अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश प्रेमचंद वर्मा, डीएलएसए सचिव संजय कुमार सरोज, बार एसोसिएशन सहरसा के अध्यक्ष विनोद झा और डीआरडीए डायरेक्टर सह स्वीप नोडल अधिकारी वैभव कुमार भी मौजूद रहे। समाज में जागरूकता फैलाने की जिम्मेदारी भी निभाती प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश आशुतोष कुमार झा ने अपने संबोधन में लोकतंत्र की मजबूती के लिए प्रत्येक नागरिक के मतदान को आवश्यक बताया। उन्होंने कहा कि न्यायपालिका केवल कानून के पालन तक सीमित नहीं है, बल्कि समाज में जागरूकता फैलाने की जिम्मेदारी भी निभाती है। उन्होंने सभी न्यायिक अधिकारियों, अधिवक्ताओं और पारा लीगल वालंटियर से लोगों को मतदान के लिए प्रेरित करने की अपील की। ज्यादा से ज्यादा लोग मतदान केंद्र पहुंचाने न्यायाधीश झा ने जोर देकर कहा कि हर नागरिक को समझना चाहिए कि एक-एक वोट से सरकार का गठन होता है, इसलिए कोई भी मतदाता मतदान से वंचित न रहे। उन्होंने उदासीन मतदाताओं को मतदान केंद्र तक पहुंचाने की सामूहिक जिम्मेदारी पर भी बल दिया। निकाली गई मतदाता जागरूकता रैली कार्यक्रम के अंत में जिला विधिक सेवा प्राधिकार सहरसा की ओर से मतदाता जागरूकता रैली निकाली गई। प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश आशुतोष कुमार झा ने हरी झंडी दिखाकर रैली को रवाना किया। इस रैली में पारा लीगल वालंटियर, अधिवक्ता और न्यायिक अधिकारी शामिल थे। रैली न्यायालय परिसर से शुरू होकर शहर के विभिन्न मार्गों से गुजरी, जिसका उद्देश्य लोगों को मतदान के प्रति जागरूक करना था। प्रतिभागियों ने हाथों में बैनर और तख्तियां लेकर “मतदान हमारा अधिकार है” और “लोकतंत्र की ताकत, आपका वोट” जैसे नारे लगाए, जिससे पूरा माहौल गूंज उठा। सहरसा में मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए मंगलवार को व्यवहार न्यायालय परिसर में मतदाता जागरूकता अभियान चलाया गया। जिला विधिक सेवा प्राधिकार (डीएलएसए) और स्वीप कार्यक्रम के तहत आयोजित इस कार्यक्रम में न्यायपालिका के अधिकारियों, वकीलों और पारा लीगल वालंटियर ने भाग लिया। पहले चरण का मतदान 6 नवंबर को होना है। प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश आशुतोष कुमार झा रहे मुख्य अतिथि कार्यक्रम में सहरसा के प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश आशुतोष कुमार झा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। उनके साथ अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश प्रेमचंद वर्मा, डीएलएसए सचिव संजय कुमार सरोज, बार एसोसिएशन सहरसा के अध्यक्ष विनोद झा और डीआरडीए डायरेक्टर सह स्वीप नोडल अधिकारी वैभव कुमार भी मौजूद रहे। समाज में जागरूकता फैलाने की जिम्मेदारी भी निभाती प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश आशुतोष कुमार झा ने अपने संबोधन में लोकतंत्र की मजबूती के लिए प्रत्येक नागरिक के मतदान को आवश्यक बताया। उन्होंने कहा कि न्यायपालिका केवल कानून के पालन तक सीमित नहीं है, बल्कि समाज में जागरूकता फैलाने की जिम्मेदारी भी निभाती है। उन्होंने सभी न्यायिक अधिकारियों, अधिवक्ताओं और पारा लीगल वालंटियर से लोगों को मतदान के लिए प्रेरित करने की अपील की। ज्यादा से ज्यादा लोग मतदान केंद्र पहुंचाने न्यायाधीश झा ने जोर देकर कहा कि हर नागरिक को समझना चाहिए कि एक-एक वोट से सरकार का गठन होता है, इसलिए कोई भी मतदाता मतदान से वंचित न रहे। उन्होंने उदासीन मतदाताओं को मतदान केंद्र तक पहुंचाने की सामूहिक जिम्मेदारी पर भी बल दिया। निकाली गई मतदाता जागरूकता रैली कार्यक्रम के अंत में जिला विधिक सेवा प्राधिकार सहरसा की ओर से मतदाता जागरूकता रैली निकाली गई। प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश आशुतोष कुमार झा ने हरी झंडी दिखाकर रैली को रवाना किया। इस रैली में पारा लीगल वालंटियर, अधिवक्ता और न्यायिक अधिकारी शामिल थे। रैली न्यायालय परिसर से शुरू होकर शहर के विभिन्न मार्गों से गुजरी, जिसका उद्देश्य लोगों को मतदान के प्रति जागरूक करना था। प्रतिभागियों ने हाथों में बैनर और तख्तियां लेकर “मतदान हमारा अधिकार है” और “लोकतंत्र की ताकत, आपका वोट” जैसे नारे लगाए, जिससे पूरा माहौल गूंज उठा।


