विधानसभा चुनाव को लेकर नालंदा में कंट्रोल रूम तैयार:जिला निवार्चन पदाधिकारी ने किया निरीक्षण, जिले की सभी 7 विधानसभा सीटों पर 6 नवंबर को वोटिंग

विधानसभा चुनाव को लेकर नालंदा में कंट्रोल रूम तैयार:जिला निवार्चन पदाधिकारी ने किया निरीक्षण, जिले की सभी 7 विधानसभा सीटों पर 6 नवंबर को वोटिंग

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियों को लेकर नालंदा जिले में चुनाव प्रशासन पूरी तरह से सक्रिय हो गया है। मंगलवार को जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिला पदाधिकारी कुंदन कुमार ने हरदेव भवन सभागार, बिहारशरीफ में स्थापित जिला नियंत्रण कक्ष का विस्तृत निरीक्षण किया। चुनाव आयोग द्वारा 6 अक्टूबर को जारी अधिसूचना के अनुसार, नालंदा जिले में मतदान 6 नवंबर 2025 को होना है, जबकि मतगणना 14 नवंबर को संपन्न होगी। स्वच्छ, निष्पक्ष और भयमुक्त चुनाव सुनिश्चित करने के लिए जिला प्रशासन ने व्यापक इंतजाम किए हैं। 24×7 संचालित होगा नियंत्रण कक्ष नालंदा समाहरणालय स्थित हरदेव भवन में स्थापित जिला नियंत्रण कक्ष 7 नवंबर तक और मतगणना की तिथि 14 नवंबर को 24 घंटे चालू रहेगा। इस नियंत्रण कक्ष का उद्देश्य मतदान के दौरान विधि-व्यवस्था पर प्रभावकारी नियंत्रण रखना और किसी भी आपात स्थिति में तत्काल कार्रवाई सुनिश्चित करना है। जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी वीरेंद्र कुमार को नियंत्रण कक्ष का वरीय प्रभारी सह नोडल पदाधिकारी नियुक्त किया गया है। मतदाता किसी भी समस्या के लिए उन्हें मोबाइल नंबर 9661553312 पर संपर्क कर सकते हैं। सातों विधानसभा क्षेत्रों के लिए अलग व्यवस्था नालंदा जिले की सातों विधानसभा सीटों – अस्थावां (171), बिहारशरीफ (172), राजगीर (173), इस्लामपुर (174), हिलसा (175), नालंदा (176) और हरनौत (177) – के लिए अलग-अलग टेलीफोन लाइनें और पदाधिकारी तैनात किए गए हैं। प्रत्येक विधानसभा के लिए पांच टेलीफोन लाइनें उपलब्ध कराई गई हैं। नियंत्रण कक्ष में तैनात पदाधिकारी अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र के सुपर जोनल, सेक्टर मजिस्ट्रेट, प्रखंड विकास पदाधिकारियों और थानाध्यक्षों से निरंतर संपर्क में रहेंगे। वे यह सुनिश्चित करेंगे कि सभी मतदान दल के सदस्य और सशस्त्र बल अपने-अपने मतदान केंद्र पर समय से पहुंच गए हैं। मॉक पोल से लेकर EVM जमा तक की निगरानी नियंत्रण कक्ष के माध्यम से मॉक पोल, मतदान प्रारंभ, मतदान समाप्ति और ईवीएम के स्ट्रांग रूम में जमा होने तक की पूरी प्रक्रिया पर नजर रखी जाएगी। समय-समय पर खैरियत रिपोर्ट ली जाती रहेगी। नियंत्रण कक्ष में तैनात पदाधिकारियों की जिम्मेदारी होगी कि विभिन्न स्रोतों से प्राप्त सूचनाओं को तुरंत वरीय अधिकारियों के समक्ष रखें और उन पर त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करें। किसी भी आपातकालीन स्थिति में DEO को तुरंत सूचित किया जाएगा। वरिष्ठ अधिकारी रहे उपस्थित निरीक्षण के दौरान नगर आयुक्त, अपर समाहर्ता (प्रशिक्षण कोषांग), अपर समाहर्ता (आपदा प्रबंधन) सहित जिला नियंत्रण कक्ष में प्रतिनियुक्त सभी पदाधिकारी उपस्थित थे। DEO ने सभी को निर्देश दिया कि मतदाताओं की सुविधा सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए और किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। चुनाव आयोग के निर्देशों के अनुपालन में नालंदा जिला प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया है कि मतदान का दिन शांतिपूर्ण और निष्पक्ष तरीके से संपन्न हो। नियंत्रण कक्ष की स्थापना इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियों को लेकर नालंदा जिले में चुनाव प्रशासन पूरी तरह से सक्रिय हो गया है। मंगलवार को जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिला पदाधिकारी कुंदन कुमार ने हरदेव भवन सभागार, बिहारशरीफ में स्थापित जिला नियंत्रण कक्ष का विस्तृत निरीक्षण किया। चुनाव आयोग द्वारा 6 अक्टूबर को जारी अधिसूचना के अनुसार, नालंदा जिले में मतदान 6 नवंबर 2025 को होना है, जबकि मतगणना 14 नवंबर को संपन्न होगी। स्वच्छ, निष्पक्ष और भयमुक्त चुनाव सुनिश्चित करने के लिए जिला प्रशासन ने व्यापक इंतजाम किए हैं। 24×7 संचालित होगा नियंत्रण कक्ष नालंदा समाहरणालय स्थित हरदेव भवन में स्थापित जिला नियंत्रण कक्ष 7 नवंबर तक और मतगणना की तिथि 14 नवंबर को 24 घंटे चालू रहेगा। इस नियंत्रण कक्ष का उद्देश्य मतदान के दौरान विधि-व्यवस्था पर प्रभावकारी नियंत्रण रखना और किसी भी आपात स्थिति में तत्काल कार्रवाई सुनिश्चित करना है। जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी वीरेंद्र कुमार को नियंत्रण कक्ष का वरीय प्रभारी सह नोडल पदाधिकारी नियुक्त किया गया है। मतदाता किसी भी समस्या के लिए उन्हें मोबाइल नंबर 9661553312 पर संपर्क कर सकते हैं। सातों विधानसभा क्षेत्रों के लिए अलग व्यवस्था नालंदा जिले की सातों विधानसभा सीटों – अस्थावां (171), बिहारशरीफ (172), राजगीर (173), इस्लामपुर (174), हिलसा (175), नालंदा (176) और हरनौत (177) – के लिए अलग-अलग टेलीफोन लाइनें और पदाधिकारी तैनात किए गए हैं। प्रत्येक विधानसभा के लिए पांच टेलीफोन लाइनें उपलब्ध कराई गई हैं। नियंत्रण कक्ष में तैनात पदाधिकारी अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र के सुपर जोनल, सेक्टर मजिस्ट्रेट, प्रखंड विकास पदाधिकारियों और थानाध्यक्षों से निरंतर संपर्क में रहेंगे। वे यह सुनिश्चित करेंगे कि सभी मतदान दल के सदस्य और सशस्त्र बल अपने-अपने मतदान केंद्र पर समय से पहुंच गए हैं। मॉक पोल से लेकर EVM जमा तक की निगरानी नियंत्रण कक्ष के माध्यम से मॉक पोल, मतदान प्रारंभ, मतदान समाप्ति और ईवीएम के स्ट्रांग रूम में जमा होने तक की पूरी प्रक्रिया पर नजर रखी जाएगी। समय-समय पर खैरियत रिपोर्ट ली जाती रहेगी। नियंत्रण कक्ष में तैनात पदाधिकारियों की जिम्मेदारी होगी कि विभिन्न स्रोतों से प्राप्त सूचनाओं को तुरंत वरीय अधिकारियों के समक्ष रखें और उन पर त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करें। किसी भी आपातकालीन स्थिति में DEO को तुरंत सूचित किया जाएगा। वरिष्ठ अधिकारी रहे उपस्थित निरीक्षण के दौरान नगर आयुक्त, अपर समाहर्ता (प्रशिक्षण कोषांग), अपर समाहर्ता (आपदा प्रबंधन) सहित जिला नियंत्रण कक्ष में प्रतिनियुक्त सभी पदाधिकारी उपस्थित थे। DEO ने सभी को निर्देश दिया कि मतदाताओं की सुविधा सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए और किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। चुनाव आयोग के निर्देशों के अनुपालन में नालंदा जिला प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया है कि मतदान का दिन शांतिपूर्ण और निष्पक्ष तरीके से संपन्न हो। नियंत्रण कक्ष की स्थापना इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।  

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