मचवारा पंचायत में लाखों के फर्जीवाड़े का आरोप:ग्रामीणों ने सरपंच-सचिव पर लगाया गबन का आरोप, जांच की मांग

मचवारा पंचायत में लाखों के फर्जीवाड़े का आरोप:ग्रामीणों ने सरपंच-सचिव पर लगाया गबन का आरोप, जांच की मांग

नरसिंहपुर जिले की ग्राम पंचायत मचवारा के ग्रामीणों ने पंचायत स्तर पर बड़े पैमाने पर गड़बड़ी और फर्जीवाड़े का आरोप लगाया है। मंगलवार को ग्रामीणों ने डिप्टी कलेक्टर देवंती परते को कलेक्टर के नाम एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें सरपंच, सचिव, इंजीनियर और सह-सचिव पर विकास कार्यों के नाम पर लाखों रुपये के दुरुपयोग का आरोप लगाया गया है। शिकायत में बताया गया कि शासन द्वारा ग्राम पंचायत मचवारा में नौ स्थानों पर सोखपिट टैंक निर्माण के लिए राशि स्वीकृत की गई थी। हालांकि, मौके पर केवल चार सोखपिट टैंक ही बनाए गए, जबकि शेष पांच कार्यों को कागजों पर दिखाकर पूरी राशि का गबन कर लिया गया। इसके अतिरिक्त, पंचायत भवन की मरम्मत के नाम पर टीवी, पंखा, कूलर और अन्य उपकरणों के लिए लगभग 43 हजार रुपये, तथा एक अन्य बार कूलर व बल्ब के लिए 26 हजार 500 रुपये के फर्जी बिल लगाकर भुगतान किया गया। ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि पानी के टैंकर के टायर के लिए 14,500 रुपये, विकास यात्रा के नाम पर 10,960 रुपये का भुगतान किया गया। कंपोस्ट पिट निर्माण के लिए शासन द्वारा स्वीकृत पांच गड्ढों में से केवल दो का ही निर्माण हुआ। मनरेगा के तहत खेल मैदान निर्माण के लिए 2 लाख 43 हजार रुपये स्वीकृत हुए थे, लेकिन मौके पर लगभग 25 प्रतिशत ही कार्य हुआ और शेष राशि का गबन कर लिया गया। शांतिधाम टीन शेड के लिए 1 लाख 27 हजार रुपये तथा जल निकासी कार्य के लिए 1 लाख 96 हजार रुपये भी फर्जी बिलों के माध्यम से निकालने का आरोप है। ग्रामीणों ने मांग की है कि साल 2023 के बाद पंचायत में किए गए सभी कार्यों की वैधानिक जांच कराई जाए। उन्होंने दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करने की भी अपील की है। ज्ञापन सौंपने वालों में प्रमोद सिंह, चेतराम, प्रीतम, अजय पटेल, नरेश पटेल, लाखन, संदीप, आनंद लोधी सहित कई अन्य ग्रामीण उपस्थित रहे।

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