अमृतसर में गुरु नानक अस्पताल में दो दिन पहले जन्मे नवजात की संदिग्ध हालातों में मौत हो जाने से शहर में हड़कंप मच गया। परिजनों का कहना है कि कल सुबह तक बच्चा पूरी तरह स्वस्थ था, लेकिन दोपहर के बाद अचानक उसकी तबीयत बिगड़ गई और फिर नर्स के एक इंजेक्शन लगाते ही कुछ ही देर में उसने दम तोड़ दिया। बच्चे के पिता नवी आबादी के हैप्पी ने बताया कि डॉक्टरों पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि बच्चे को गलत इंजेक्शन लगाया गया। इससे उसकी मौत हो गई। उन्होंने कहा कि स्टाफ के इंजेक्शन लगाते ही बच्चा पूरी तरह से नीला पड़ गया। उसी समय मौत हो गई। परिजनों ने यह भी दावा किया कि जब उन्होंने विरोध जताया तो जिस स्टाफ सदस्य ने इंजेक्शन लगाया था, उसे अस्पताल प्रबंधन ने मौके से हटा दिया। घटना के बाद गुस्साए परिजनों और स्थानीय लोगों ने अस्पताल के बाहर जमकर नारेबाज़ी की और करीब तीन घंटे तक सड़क जाम रखी। इससे आसपास के इलाकों में यातायात बाधित रहा। लोगों ने अस्पताल प्रशासन और जिम्मेदार डॉक्टरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। मौके पर पहुंची पुलिस और प्रशासनिक टीम ने प्रदर्शनकारियों को समझा-बुझाकर शांत कराया। अधिकारियों ने बताया कि शिकायत दर्ज कर ली गई है और मामले की जांच शुरू कर दी गई है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि दोषी पाए जाने वाले व्यक्तियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।


