प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर गाने गाकर मशहूर हुए हरियाणा के सिंगर रॉकी मित्तल अब ट्रोलिंग का शिकार हो रहे हैं। वजह, उनकी आने वाली नए सॉन्ग की क्लिपिंग। ये क्लिपिंग वायरल होते ही मित्तल सोशल मीडिया यूजर्स के निशाने पर आ गए हैं। असल में उनका नया गाना है- ईश्वर-अल्लाह एक नहीं, अलग-अलग दो नाम…। इस गाने में जहां ईश्वर और अल्लाह को अलग-अलग नाम बताते हुए धार्मिक एकता के नारों पर कटाक्ष किया गया है। साथ ही महात्मा गांधी के प्रसिद्ध भजन “ईश्वर-अल्लाह तेरो नाम” को गलत ठहराया है। गीत में पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम को जहां हिंद का दुलारा बताया है, वहीं समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव और राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव पर मुस्लिम टोपी पहनकर वोटबैंक की राजनीति करने का तंज भी कसा गया है। इस गाने पर जब दैनिक भास्कर एप ने रॉकी मित्तल से बात की गई तो उन्होंने कहा कि यह चार मिनट का सॉन्ग है। अभी इसे टुकड़ों में रील बनाकर डाला है। चार मिनट का गाना जल्द अपलोड किया जाएगा। अखिलेश और तेजस्वी हिंदुओं से छल कपट कर रहे हैं। धार्मिक एकता पर सवाल, राजनीति पर चुटकी
रॉकी मित्तल, जो अपने देसी और सामाजिक मुद्दों पर आधारित गीतों के लिए जाने जाते हैं, उन्होंने इस बार धार्मिक और राजनीतिक संवेदनशीलता को निशाना बनाया है। गीत के प्रमुख बोल हैं “ईश्वर-अल्लाह अलग-अलग दो नाम, समझाओ अपने बच्चों को हिंदू धर्म महान” यह पंक्तियां गांधीजी के उस भजन पर सीधा हमला करती हैं, जहां कहा गया है कि ईश्वर और अल्लाह एक ही हैं। इस बात पर मित्तल का तर्क है- गांधी ने यह बात बिल्कुल गलत कही थी। यदि ये दोनों एक हैं तो गऊ माता काटने की नौबत क्यों आई? धर्म परिवर्तन क्यों हो रहे हैं और मंदिर मस्जिद की लड़ाई क्यों है। अब वह गांधी पर भी एक गीत लेकर आ रहे हैं, जिसके बोल “गांधीगिरी छोड़ दो” है। इस सांग को इस सप्ताह में ही लॉन्च करेंगे। सोशल मीडिया पर लोगों की प्रतिक्रिया
रॉकी मित्तल द्वारा इस गीत को पूरा अपलोड न करके रील बनाकर फेसबुक और इंस्टाग्राम पर डाला गया है, जहां लोगों के इसके ऊपर अलग-अलग प्रकार के कमेंट आ रहे हैं। कुछ लोग जहां रॉकी मित्तल के गीत का समर्थन करते हुए इसे हिंदुओं में अलख जगाने वाला कह रहे हैं। वहीं, कुछ इसे भाईचारा खराब करने वाला बता रहे हैं। बलजीत सिंह नायक नाम के एक फेसबुक यूजर ने लिखा कि क्यों भाईचारा खराब करने में लगे हो। अख्तर हुसैन नामक यूजर ने लिखा कि रॉकी मित्तल खुले शब्दों में अराजकता फैलाने का काम कर रहे हैं। यदि इन्हें रोका नहीं गया तो देश का माहौल बिगड़ने का डर है। एक यूजर राजेश डाबरा ने लिखा- क्यों आग लगा रहे हो देश में। उधर, मित्तल के गीत के समर्थन में भी कई लोग उतर आए हैं। गुरदयाल चंद नाम के यूजर ने लिखा कि अच्छा सॉन्ग है, इसमें भ्रम तोड़कर विश्लेषण कर सही और स्पष्ट ज्ञान दिया है। सुरेंद्र रावत ने लिखा कि सनातन ही धर्म है, बाकी सब पंथ हैं। इसके अलावा बहुत से लोगों ने गीत पर धार्मिक उद्घोष जय श्रीराम और हर-हर महादेव लिखा। रॉकी मित्तल की पोस्ट पर आए कमेंट्स देखें… मित्तल बोले- मेरी कोई पार्टी नहीं, मैं सनातनी हूं
रॉकी मित्तल ने कहा कि मेरी कोई पार्टी नहीं है, लेकिन मैं सनातनी हूं और सनातनी रहूंगा। धर्म के साथ कोई समझौता नहीं है। यह गीत हिंदुओं को जगाने के लिए है। मैं मुसलमानों के खिलाफ नहीं हूं, उनके गलत कामों के खिलाफ हूं। अब्दुल कलाम भी मुसलमान थे, लेकिन वे हर हिंदुस्तानी के दिल में बसते हैं, क्योंकि उन्होंने अच्छे काम किए। मैं महात्मा गांधी के उस भजन से बिल्कुल असहमत हूं, जिसमें उन्होंने कहा था कि ईश्वर-अल्लाह तेरो नाम। मैं जल्द ही एक गीत लेकर आ रहे हूं, जिसका टाइटल गांधीगिरी छोड़ो होगा।
हरियाणवी सिंगर रॉकी मित्तल की नए सॉन्ग पर ट्रोलिंग:बोल हैं-ईश्वर-अल्लाह एक नहीं, अलग-अलग दो नाम; यूजर्स बोले-क्यों आग लगा रहे हो देश में


