हरियाणा में मेडिकल एयर लिफ्ट सेवा शुरू हो सकती है। इसके लिए स्यांदान एविएशन ने हरियाणा सरकार से संपर्क किया है। कंपनी ने इच्छा जाहिर की है कि वह हरियाणा के लोगों को आपातकालीन स्थिति में एयर लिफ्ट कर अस्पताल पहुंचाना चाहती है। यह सेवा एविएशन कंपनी बतौर सोशल सर्विस के रूप से शुरू करना चाहती है। हरियाणा सरकार ने अब कंपनी से संपर्क कर आगामी 10 दिनों के अंदर मीटिंग करने का फैसला किया है। एविएशन कंपनी और हरियाणा सरकार के बीच अगर बातचीत सफल हो जाती है कि तो यह प्रोजेक्ट शुरू हो सकता है। कंपनी ने एक डेमो भी हरियाणा सरकार को दिया है। कंपनी ने इसके लिए 6 हेलीपैड बनाने की डिमांड भी की है। यह हेलीपेड उन जगहों पर बनाए जाएंगे, जहां से पूरा हरियाणा कवर हो सके। इन 6 लोकेशन में हिसार और गुरुग्राम भी शामिल है। स्यांदान एविएशन के CEO अभिनव सहाय ने बताया कि पिछले दिनों हरियाणा भवन नई दिल्ली में हरियाणा सरकार से इसके बारे में बातचीत हुई थी। हमने प्रपोजल दिया था। अब सरकार ने हमें दोबारा बातचीत के लिए समय दिया है। कंपनी सरकार से चाहती है मदद
एविएशन कंपनियों का कहना है कि सरकारी मदद के बिना यह सेवा चलाना संभव नहीं है। देश में कुछ स्थानों पर यह सेवा शुरू तो हुई, लेकिन या तो घाटे में चल रही है या लोगों को इससे पर्याप्त लाभ नहीं मिल पा रहा है। एविएशन कंपनियां चाहती हैं कि सरकार एम्बुलेंस उपलब्ध कराए, ताकि गंभीर रूप से बीमार मरीज आपातकालीन नंबर पर फोन करके एयरलिफ्ट सेवा बुक कर सकें। कंपनी का सुझाव है कि सरकारी एम्बुलेंस मरीज को सीधे हेलीपैड तक ले जाए, जहां से उन्हें कुछ ही मिनटों में बड़े अस्पताल या इलाज के लिए उपयुक्त स्थान पर पहुंचाया जा सके। इस सेवा के बदले कंपनियां सरकार से सब्सिडी भी चाहती हैं। प्रस्तावित 6 सीटर हेलिकॉप्टर में एक पायलट, एक डॉक्टर और एक पैरामेडिकल स्टाफ मौजूद रहेगा। विमानन सेवाओं के विस्तार को लेकर हुई थी बैठक
दिल्ली स्थित हरियाणा भवन में राज्य की सिविल एविएशन विभाग की आयुक्त अमनीत पी. कुमार की अध्यक्षता में एक बैठक हुई थी। इस बैठक में विभिन्न विमानन एजेंसियों और कंपनियों ने अपने प्रस्ताव रखे थे। बैठक में मुख्य रूप से हवाई अड्डों के विकास, हैंगर लीज नीति, मेंटेनेंस, रिपेयर एंड ओवरहॉल (MRO) विस्तार, हेलिकॉप्टर व मेडिकल एयर सर्विस, और नए जॉइंट वेंचर मॉडल्स पर विचार-विमर्श हुआ था। बैठक में कई एविएशन कंपनियों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया था। कुछ हेली एयर सर्विसेज कंपनियों ने राज्य में एम्फीबियस एयरक्राफ्ट सेवा शुरू करने का प्रस्ताव रखा था, ताकि पर्यटन और क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को बढ़ावा मिले। 10 दिन बाद यह मीटिंग होगी
स्यांदान एविएशन प्राइवेट लिमिटेड ने गुरुग्राम-सालासर और गुरुग्राम-खाटूश्याम धार्मिक मार्गों पर हेलिकॉप्टर सेवा शुरू करने का प्रस्ताव दिया था। साथ ही, कंपनी ने आपातकालीन मेडिकल एयर लिफ्ट सेवा की पेशकश की थी, जिस पर आयुक्त ने स्वास्थ्य विभाग के साथ समन्वय करने के निर्देश दिए थे। अब स्वास्थ्य विभाग के महानिदेशक और सरकार के प्रतिनिधि एविएशन कंपनी से बातचीत करेंगे। करीब 10 दिन बाद यह मीटिंग होगी। उत्तराखंड और मध्यप्रदेश सरकार शुरू कर चुकी सर्विस
उत्तराखंड और मध्य प्रदेश सरकार हेली एम्बुलेंस सर्विस शुरू कर चुकी है। सरकार के सहयोग से यह सर्विस चल रही है। उत्तराखंड में 108 एम्बुलेंस सेवा की तर्ज पर अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, एम्स ऋषिकेश ने देश में पहली हेली एम्बुलेंस सेवा शुरू की थी। इस सेवा के शुरू होने से प्रदेश के किसी भी क्षेत्र से अति गंभीर रूप से घायल को हेली एम्बुलेंस की मदद से एम्स ऋषिकेश में शीघ्र पहुंचाया जा सकता है। वहीं, मध्य प्रदेश सरकार ने पिछले साल पीएम श्री एयर एम्बुलेंस सेवा की शुरुआत की थी। मध्य प्रदेश के सभी नागरिकों के लिए यह मुफ्त है। सड़क या औद्योगिक दुर्घटना, प्राकृतिक आपदा में घायल सामान्य जनों और आयुष्मान कार्डधारी मरीजों से भी राज्य के बाहर इलाज के लिए कोई शुल्क नहीं लिया जाता। वहीं, जिनके पास आयुष्मान कार्ड नहीं हैं, उन्हें राज्य से बाहर ले जाने के लिए करीब दो लाख रुपए प्रति घंटे की दर से चार्ज देना पड़ता है। भारत में एयर एम्बुलेंस सेवाएं अभी भी महंगी हैं। दूरी और सेवा के प्रकार के आधार पर, इनका प्रति घंटे का खर्च ₹1 लाख से ₹2.5 लाख या उससे अधिक हो सकता है। AIIMS और अपोलो, फोर्टिस, मेदांता जैसे अन्य बड़े प्राइवेट अस्पताल एयर एम्बुलेंस की सेवाएं प्रदान करते हैं।
हरियाणा में शुरू होगी मेडिकल एयरलिफ्ट सर्विस:प्राइवेट एविएशन कंपनी का सरकार को प्रपोजल, 6 हेलीपैड के जरिए पूरा प्रदेश कवर होगा


