एक्ट्रेस जाह्नवी कपूर ने फिल्म इंडस्ट्री में चलने वाले मेल ईगो को लेकर बात की है। उन्होंने अपने एक इंटरव्यू में बताया कि कैसे वो इंडस्ट्री में मेल ईगो (पुरुषों के अहंकार) से निपटती हैं। दरअसल, हाल ही में वो टॉक शो ‘टू मच विद काजोल एंड ट्विंकल खन्ना’ का हिस्सा बनीं। इस शो में जाह्नवी फिल्ममेकर करण जौहर के साथ पहुंची थीं। एक सेग्मेंट के दौरान शो की होस्ट काजोल ने उनसे इंडस्ट्री में मिलने वाली चुनौतियों और मेल ईगो पर सवाल किया। इसका जवाब देते हुए जाह्नवी कहती हैं- ‘मैं समझती हूं कि इंडस्ट्री में मैं एक प्रिविलेज फैमिली से आती हूं। लेकिन मुझे लगता है कि अगर मेरा कोई ओपिनियन है तो मुझे मेल ईगो को झेलना पड़ा है। अभी मैं ऐसी जगह हूं, जहां मैं बिना लोगों का सोचे अपनी बात कह सकती हूं। लेकिन कई बार मैं ऐसी जगह और सिचुएशन में रही हूं, जहां मुझे डम्ब बनने का नाटक करना पड़ता है। आपको अपनी लड़ाई चुननी होगी और यह सोचना होगा कि आप अपनी बात को किसी को नाराज किए बिना कैसे रख सकते हैं।’ जाह्नवी की बात से सहमत होते हुए ट्विंकल खन्ना ने कहा कि उन्हें जान्हवी से सहानुभूति है, क्योंकि 1990 के दशक में जब वह बॉलीवुड में एक युवा अभिनेत्री थीं, तब उन्हें भी ऐसी ही चीजों का सामना करना पड़ा था। उन्होंने कहा- ‘जब मैं यंग थी तो मेरे साथ भी यही समस्या थी, और मैंने कभी डिप्लोमैटिक होने की ज़रूरत नहीं समझा।’ इस पर जाह्नवी कहती हैं कि अक्सर वह किसी सीन से असहमत होने के बजाय ऐसा दिखावा करती हैं कि उन्हें सीन नहीं समझ आ रहा है। उन्होंने कहा- ‘मैं अभी भी अपनी लड़ाइयां चुन रही हूं। मुझे पता है कि इसका कोई मतलब नहीं है, लेकिन मैं इसे जाने दूंगी और अगली बार मैं उन्हें बताऊंगी कि मैं क्या महसूस करती हूं। लेकिन मुझे उन्हें 10 अच्छी बातें बतानी होंगी और यह दिखावा करना होगा कि मैं इस तरह से एक्ट करने में सक्षम नहीं हूं। मैं बस यही कहूंगी, ‘मुझे समझ नहीं आ रहा बजाय इसके कि यह गड़बड़ है।’ जाह्नवी के वर्क फ्रंट की बात करें तो वो हाल ही में वो वरुण धवन के साथ फिल्म ‘सनी संस्कारी की तुलसी कुमारी’ में नजर आई थींं। इससे पहले वो सिद्धार्थ मल्होत्रा के साथ फिल्म ‘परम सुंदरी’ में दिखी थीं।
बॉलीवुड में जाह्नवी कपूर को झेलना पड़ा मेल ईगो:बोलीं- इससे निपटने के लिए मैं बेवकूफ बनने का नाटक करती हूं


