लखीसराय जिले के कोड़ासी गांव के मतदाताओं ने इस बार मतदान के लिए सड़क निर्माण की मांग उठाई है। ग्रामीणों का कहना है कि सड़क बनने पर ही वे मतदान केंद्रों तक पहुंचेंगे। यह मुद्दा तब सामने आया जब पिछले सप्ताह जिलाधिकारी ने गांव का दौरा कर मतदान की अपील की थी। चानन प्रखंड में लखीसराय से लगभग 20 किलोमीटर दूर स्थित कछुआ कोड़ासी और वासमतिया कोड़ासी गांवों में सड़कें कच्ची हैं। ग्रामीणों ने जिलाधिकारी मिथिलेश कुमार मिश्र को बताया कि उन्हें मतदान करने के लिए लगभग पांच किलोमीटर पैदल चलना पड़ता है। कच्ची सड़क के कारण टैम्पो या अन्य बड़े वाहन गांव तक नहीं आ पाते।इस संबंध में उपविकास आयुक्त सुमित कुमार ने जानकारी दी कि सड़क निर्माण का कार्य वन विभाग के अधिकारियों द्वारा ही संभव है। उन्होंने बताया कि यह क्षेत्र वन विभाग के अंतर्गत आता है, इसलिए विकास कार्य वही कर सकते हैं। जिलाधिकारी ने पिछले सप्ताह ग्रामीणों से बड़ी संख्या में मतदान करने की अपील की थी। इस दौरान उन्होंने मतदाताओं को जागरूक करने का प्रयास किया। इस अवसर पर स्थानीय लोग और अन्य जनप्रतिनिधि भी मौजूद थे। लखीसराय जिले के कोड़ासी गांव के मतदाताओं ने इस बार मतदान के लिए सड़क निर्माण की मांग उठाई है। ग्रामीणों का कहना है कि सड़क बनने पर ही वे मतदान केंद्रों तक पहुंचेंगे। यह मुद्दा तब सामने आया जब पिछले सप्ताह जिलाधिकारी ने गांव का दौरा कर मतदान की अपील की थी। चानन प्रखंड में लखीसराय से लगभग 20 किलोमीटर दूर स्थित कछुआ कोड़ासी और वासमतिया कोड़ासी गांवों में सड़कें कच्ची हैं। ग्रामीणों ने जिलाधिकारी मिथिलेश कुमार मिश्र को बताया कि उन्हें मतदान करने के लिए लगभग पांच किलोमीटर पैदल चलना पड़ता है। कच्ची सड़क के कारण टैम्पो या अन्य बड़े वाहन गांव तक नहीं आ पाते।इस संबंध में उपविकास आयुक्त सुमित कुमार ने जानकारी दी कि सड़क निर्माण का कार्य वन विभाग के अधिकारियों द्वारा ही संभव है। उन्होंने बताया कि यह क्षेत्र वन विभाग के अंतर्गत आता है, इसलिए विकास कार्य वही कर सकते हैं। जिलाधिकारी ने पिछले सप्ताह ग्रामीणों से बड़ी संख्या में मतदान करने की अपील की थी। इस दौरान उन्होंने मतदाताओं को जागरूक करने का प्रयास किया। इस अवसर पर स्थानीय लोग और अन्य जनप्रतिनिधि भी मौजूद थे।


