Sanjay Kapoor Property Dispute: दिल्ली हाईकोर्ट में दिवंगत उद्योगपति संजय कपूर की 30,000 करोड़ रुपए की संपत्ति के विवाद में गुरुवार को सुनवाई हुई। करिश्मा कपूर के बच्चों की ओर से पैरवी कर रहे वरिष्ठ वकील महेश जेठमलानी ने संजय की पत्नी प्रिया सचदेव कपूर को ‘सिंड्रेला की सौतेली मां’ जैसा बताया। उन्होंने कहा कि प्रिया ने करिश्मा के बच्चों की विरासत सीमित करने की सोची-समझी कोशिश की है।
’60 फीसदी संपत्ति पहले ही प्रिया अपने नाम करा चुकी’
जेठमलानी के अनुसार, ‘वह पहले ही 60% संपत्ति अपने नाम करा चुकी हैं, जबकि 12% उनके बेटे को और 75% ट्रस्ट को दिया गया। वह इतनी जल्दी में थीं कि बेनामी फॉर्म के बारे में लेटर लिखना भी शुरू कर दिया, जिनका इस्तेमाल कंपनियों के लाभार्थियों को तय करने के लिए किया जाता है।’
वसीयत की तकनीकी खामियों का मामला भी कोर्ट में उठा
वकील ने वसीयत की वैधता पर गंभीर सवाल उठाते हुए कहा कि इतनी बड़ी संपत्ति वाला व्यक्ति किसी वकील से सलाह लिए बिना वसीयत तैयार नहीं करता। उन्होंने वसीयत में कई तकनीकी खामियों की ओर इशारा करते हुए कहा कि यह जाली प्रतीत होती है।
जेठमलानी ने दावा किया कि संशोधित वसीयत तब तैयार की गई जब संजय कपूर अपने बेटे के साथ छुट्टी पर थे, और परिवर्तन करने वाला व्यक्ति उनके अंतिम संस्कार के अगले दिन एक कंपनी का निदेशक बन गया। उन्होंने कहा, ‘जाली वसीयत बनाना गंभीर अपराध है, जिसके लिए आजीवन कारावास हो सकता है।’
अदालत ने सुनवाई को 16 अक्टूबर तक स्थगित कर दिया है।


