सुपौल के त्रिवेणीगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत गोनहा वार्ड नंबर 4 स्थित अंबेडकर चौक स्थित बड़ी नहर के पास सोमवार की अहले सुबह भीषण आग ने चार दुकानों को अपनी चपेट में ले लिया। स्थानीय लोगों के अनुसार यह आग सोमवार तड़के करीब 2:30 बजे लगी, जब अधिकांश लोग गहरी नींद में थे। आग की लपटें इतनी तेज थीं कि कुछ ही मिनटों में चारों दुकानें जलकर राख हो गईं। आग से प्रभावित दुकानों में एक गैरेज, सैलून, होटल और किराना दुकान शामिल हैं। इन दुकानों के मालिक दीपक ठाकुर, इंद्रजीत सदा, दिनेश शाह और शंभू राम बताए जा रहे हैं। दुकानदारों का कहना है कि इस भीषण आग में लगभग चार लाख रुपए से अधिक की संपत्ति जलकर नष्ट हो गई। सबसे ज्यादा नुकसान किराना और होटल संचालकों को हुआ है, जिनका पूरा सामान आग की लपटों में समा गया। ‘किसी तरह जान बचाकर बाहर निकले, दुकान नहीं बचा सके’ दुकान में ही रात में ठहरे दुकानदार दिलखुश कुमार ने बताया कि आग इतनी तेजी से फैल रही थी कि वह संभल भी नहीं पाए। उन्होंने कहा कि “आग इतनी तेजी से फैल रही थी कि कुछ समझ में नहीं आ रहा था। घबराकर मैंने घर वालों को फोन किया। दिलखुश किसी तरह जान बचाकर बाहर निकले, लेकिन दुकान को नहीं बचा सके। अग्निशमन दल की गाड़ी भी तुरंत पहुंची घटना की जानकारी मिलते ही त्रिवेणीगंज थानाध्यक्ष राकेश कुमार मौके पर पहुंचे। उनके साथ अग्निशमन दल की गाड़ी भी तुरंत पहुंची, मगर तब तक आग विकराल रूप ले चुकी थी। फायर ब्रिगेड की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया, लेकिन तब तक चारों दुकानें पूरी तरह जल चुकी थीं। आग लगने की वास्तविक वजह का पता नहीं चला स्थानीय लोग आग लगने के कारणों को लेकर तरह-तरह की चर्चा कर रहे हैं। कुछ लोग शॉर्ट सर्किट को कारण मान रहे हैं, जबकि कई इसे गैस सिलेंडर से जुड़े हादसे की आशंका बता रहे हैं। हालांकि आग लगने की वास्तविक वजह का अभी तक पता नहीं चल पाया है। सीओ प्रियंका कुमारी ने बताया कि आग की जांच के लिए राजस्व कर्मचारी को भेजा जा रहा है। जांच प्रतिवेदन के आधार पर आगे आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। सुपौल के त्रिवेणीगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत गोनहा वार्ड नंबर 4 स्थित अंबेडकर चौक स्थित बड़ी नहर के पास सोमवार की अहले सुबह भीषण आग ने चार दुकानों को अपनी चपेट में ले लिया। स्थानीय लोगों के अनुसार यह आग सोमवार तड़के करीब 2:30 बजे लगी, जब अधिकांश लोग गहरी नींद में थे। आग की लपटें इतनी तेज थीं कि कुछ ही मिनटों में चारों दुकानें जलकर राख हो गईं। आग से प्रभावित दुकानों में एक गैरेज, सैलून, होटल और किराना दुकान शामिल हैं। इन दुकानों के मालिक दीपक ठाकुर, इंद्रजीत सदा, दिनेश शाह और शंभू राम बताए जा रहे हैं। दुकानदारों का कहना है कि इस भीषण आग में लगभग चार लाख रुपए से अधिक की संपत्ति जलकर नष्ट हो गई। सबसे ज्यादा नुकसान किराना और होटल संचालकों को हुआ है, जिनका पूरा सामान आग की लपटों में समा गया। ‘किसी तरह जान बचाकर बाहर निकले, दुकान नहीं बचा सके’ दुकान में ही रात में ठहरे दुकानदार दिलखुश कुमार ने बताया कि आग इतनी तेजी से फैल रही थी कि वह संभल भी नहीं पाए। उन्होंने कहा कि “आग इतनी तेजी से फैल रही थी कि कुछ समझ में नहीं आ रहा था। घबराकर मैंने घर वालों को फोन किया। दिलखुश किसी तरह जान बचाकर बाहर निकले, लेकिन दुकान को नहीं बचा सके। अग्निशमन दल की गाड़ी भी तुरंत पहुंची घटना की जानकारी मिलते ही त्रिवेणीगंज थानाध्यक्ष राकेश कुमार मौके पर पहुंचे। उनके साथ अग्निशमन दल की गाड़ी भी तुरंत पहुंची, मगर तब तक आग विकराल रूप ले चुकी थी। फायर ब्रिगेड की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया, लेकिन तब तक चारों दुकानें पूरी तरह जल चुकी थीं। आग लगने की वास्तविक वजह का पता नहीं चला स्थानीय लोग आग लगने के कारणों को लेकर तरह-तरह की चर्चा कर रहे हैं। कुछ लोग शॉर्ट सर्किट को कारण मान रहे हैं, जबकि कई इसे गैस सिलेंडर से जुड़े हादसे की आशंका बता रहे हैं। हालांकि आग लगने की वास्तविक वजह का अभी तक पता नहीं चल पाया है। सीओ प्रियंका कुमारी ने बताया कि आग की जांच के लिए राजस्व कर्मचारी को भेजा जा रहा है। जांच प्रतिवेदन के आधार पर आगे आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।


