कल रात पाकिस्तानी सेना ने भारतीय ठिकानों की ओर करीब 500 ड्रोन दागे, जिन्हें लद्दाख के सियाचिन बेस कैंप से लेकर गुजरात के कच्छ इलाके तक 24 जगहों पर देखा गया। रक्षा सूत्रों ने बताया कि इनमें से करीब 50 ड्रोन को एयर डिफेंस गन ने नष्ट कर दिया, जबकि करीब 20 को सॉफ्ट किल के जरिए मार गिराया गया। ज़्यादातर ड्रोन निहत्थे थे। ड्रोन में कैमरे लगे थे और संभवतः वे अपने ग्राउंड स्टेशनों पर फुटेज रिले कर रहे थे। भारतीय वायु रक्षा प्रणालियों ने लगभग सभी ड्रोन को मार गिराया जो बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचा सकते थे।
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सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर, पंजाब, राजस्थान और गुजरात के 24 शहरों को निशाना बनाकर करीब 500 छोटे ड्रोन तैनात किए। भारतीय सेना और वायुसेना ने एल70, जेडयू-23, शिल्का और आकाश समेत एंटी-मिसाइल सिस्टम की मदद से पाकिस्तान के ड्रोन हमले को सफलतापूर्वक विफल कर दिया। सूत्रों ने बताया कि अधिकतर निहत्थे ड्रोन भेजने के पीछे पाकिस्तान का मकसद नागरिकों में दहशत फैलाना या भारतीय सैन्य प्रतिष्ठानों के बारे में खुफिया जानकारी इकट्ठा करना हो सकता है।
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7 मई की सुबह भारत द्वारा पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकी शिविरों को निशाना बनाए जाने के बाद इस्लामाबाद में तनाव बढ़ गया। भारत ने इस बात पर जोर दिया कि यह मिशन- जिसका कोडनेम ऑपरेशन सिंदूर था- आतंकवादियों को निशाना बनाकर किया गया था और इसमें पाकिस्तान के सैन्य ठिकानों को निशाना नहीं बनाया गया था। हालांकि, पाकिस्तान ने 8 मई को जवाबी कार्रवाई करते हुए जम्मू और पठानकोट में सैन्य ठिकानों सहित भारत के कई ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की।
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